आत्मा की शुद्धि के लिए निर्मल भावना जरूरी : ओम मुनि
अहमदगढ़ संगरूर एसएस जैन सभा अहमदगढ़ मंडी में तपस्वी महान संत ओम मुनि महाराज धर्म प्रभावक सौरभ मुनि संत चातुमास में विराजमान रहकर अ¨हसा धर्म का खूब प्रचार कर रहे हैं। जैन मुनि ने बताया कि भगवान कहते है इंसान गलतियों का पुतला है। यह संपूर्ण संसार भड़काने वाला है। रूलाने वाला है।
जेएनएन, अहमदगढ़ (संगरूर)
एसएस जैन सभा अहमदगढ़ मंडी में तपस्वी महान संत ओम मुनि महाराज धर्म प्रभावक सौरभ मुनि संत चातुर्मास में विराजमान रहकर अ¨हसा धर्म का खूब प्रचार कर रहे हैं। जैन मुनि ने बताया कि भगवान कहते है इंसान गलतियों का पुतला है। यह संपूर्ण संसार भड़काने वाला है व रुलाने वाला है। केवल गुरुओं की धूलि अगर मस्तक पर लग जाए तो उसका बेड़ा पार हो जाता है। स्वामी ने बताया कि आदमी जिस प्रकार मुसीबतों का सामना नही कर पाता है, उसी प्रकार वह अत्याधिक खुशी का भी सामना नही कर पाता। जो व्यक्ति यह जानता है कि संपूर्ण संसार में भड़काने वाले मेरे स्वयं के कर्म हैं। मैं अपने कर्मों का शोध करूंगा, स्वयं पर विश्वास न होने से हम भगवान को भी बेईमान ठहरा देते हैं। इस मौके पर नगर कौंसिल प्रधान सराज मोहम्मद, पार्षद केदार कपिला, प्रेम चंद जैन, अजय जैन, संजीव जैन, नेम कुमार जैन, पार्षद कीटू थापर, पार्षद भोजराज शर्मा, आनंद मित्तल, सोनू रामानंद, नीरज जैन, नरेश बॉबी, आशीष गर्ग, देसराज शर्मा आदि उपस्थित थे।