रजिया व भट्ठल के बूथ पर मतदान में बढ़ा, सिगला के बूथ पर घटा
लोकसभा हलका संगरूर के वोटरों ने वर्ष 2014 दौरान मतदान करने में जितना उत्साह दिखाया था उतना उत्साह इस बार देखने को नहीं मिला।
मनदीप कुमार, संगरूर : लोकसभा हलका संगरूर के वोटरों ने वर्ष 2014 में मतदान करने में जितना उत्साह दिखाया था, उतना उत्साह इस बार देखने को नहीं मिला, फिर भी पंजाब के अन्य लोकसभा हलकों के वोटरों के मुकाबले संगरूर के वोटरों ने 72.44 फीसद मतदान करके पंजाब में तीसरा स्थान हासिल किया। कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना, विजयइंद्र सिगला के बूथ के प्रदर्शन की बात करें तो सिगला के बूथ पर 70.15 फीसद व रजिया के बूथ पर 71.57 फीसद मतदान हुआ। खास बात यह है कि विजयइंद्र सिगला के बूथ पर गत लोकसभा चुनाव के मुकाबले मतदान में गिरावट आई है, जबकि पिछली बार अधिक मतदान हुआ था। दोनों ही कैबिनेट मंत्री अपने बूथ पर शत प्रतिशत या 90 प्रतिशत से अधिक मतदान करने में असफल रहे। इतना ही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राजिदर कौर भट्ठल 75.88 फीसद तक मतदान करवाने में सफल रहीं। कांग्रेस के विधायक सुरजीत धीमान के बूथ पर 71.80 फीसद मतदान हुआ। कांग्रेस के मुकाबले अगर आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा की बात करें तो गत लोकसभा चुनावों के मुकाबले इस बार उन्होंने मतदान फीसद को बढ़ाने में अहम रोल अदा किया है। 71.81 फीसद मतदान करवाने में सफल रहे।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग जहां वोटर मतदान फीसद बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करने में जुटा है, वहीं राजनीतिक नेताओं की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अधिक से अधिक लोगों को मतदान करने के लिए जागरूक करें, लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिन बूथ पर कैबिनेट मंत्री, विधायक तक मतदान कर रहे हैं, वहीं पर भी मतदान अनुपात कुछ खास नहीं है। विधानसभा हलका मालेरकोटला की विधायक व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्तान की बात करें तो इस्लामिया कंबोज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने बूथ पर अपने परिवार सहित मतदान करती हैं। इस बूथ पर मौजूद 1133 कुल वोट में से मात्र 811 वोट का भुगतान हुआ है, जबकि वर्ष 2014 दौरान यहां 720 वोट का भुगतान हुआ था। कुल वोट का यह 71.57 फीसद ही रहा। इसी प्रकार कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। सरकारी एलीमेंट्री सीनियर सेकेंडरी स्कूल हरीपुरा में मतदान करने वाले कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला के बूथ पर 1444 वोट में से 1013 वोट का ही भुगतान हुआ है, जबकि 2014 दौरान यहां 1135 वोट का भुगतान हुआ था। पिछली बार की मुकाबले इस बार वोट भुगतान में गिरावट आई है। पूर्व मुख्यमंत्री राजिदर कौर भट्ठल जहां चुनाव प्रचार में पूरी तरह से व्यस्त रहीं, वहीं उनके बूथ पर 1078 वोट में से 818 वोट का भुगतान हुआ है। वर्ष 2014 दौरान यहां से कुल 719 वोट भुगते थे। विधानसभा हलका दिड़बा के वोटर हलका अमरगढ़ के विधायक सुरजीत धीमान ने भी अपने वोट का इस्तेमाल करके लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी हाजरी लगवाई। सुरजीत धीमान के बूथ पर मौजूद 1291 कुल वोट में से 927 वोटरों ने अपने मत का इस्तेमाल किया। 71.80 फीसद मतदाताओं ने ही मतदान करने में रूचि दिखाई। पिछली बार के मुकाले इस बार मात्र तीन वोट का अंतर देखने को मिला है। वर्ष 2014 में 924 वोटरों ने मतदान किया था।
आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा के पंजाब पब्लिक स्कूल ईस्ट बूथ पर मतदाताओं का प्रदर्शन पिछली बार की मुकाबले काफी उत्साहित रहा। बूथ की कुल 1444 वोट में से 1037 वोट का ही बेशक इस्तेमाल हुआ, लेकिन वर्ष 2014 में इस बूथ पर मात्र 602 वोट का ही भुगतान हुआ था, जिसके मुकाबले इस बार वोटरों ने काफी उत्साह दिखाते हुए 71.81 फीसद मतदान किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विधायक हरपाल सिंह चीमा ने सरकारी प्राइमरी स्कूल चीमा में 159 नंबर बूथ पर अपने वोट का भुगतान किया। इस बूथ पर 778 कुल वोट में से 600 वोट का भुगतान हुआ, जबकि 2014 दौरान यहां से 653 वोट का भुगतान हुआ था।
अकाली-भाजपा के प्रत्याशी परमिदर सिंह ढींडसा के बूथ पर भी पिछली बार के मुकाबले इस बार मतदान में गिरावट आई है। कहते हैं कि एक-एक वोट पर हार-जीत टिकी हुई है, इसी के चलते प्रत्याशियों द्वारा अपने ही बूथ पर मतदान प्रतिशत कम होना भारी नुकसान पहुंचा सकता है। परमिदर सिंह ढींडसा ने गांव उभावाल के सरकारी स्कूल में मौजूद बूथ पर अपना मतदान किया। बूथ पर मौजूद 903 वोट में से इस बार 734 वोट का ही वोटरों ने भुगतान किया है, जबकि वर्ष 2014 दौरान 775 वोट का भुगतान हुआ था।
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