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मक्की की रोटी व सरसों का साग खाने तक सीमित केजरीवाल की संगरूर फेरी

लंबे अरसे बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कनवीनर अरविद केजरीवाल वीरवार को संगरूर पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 07:35 AM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 07:35 AM (IST)
मक्की की रोटी व सरसों का साग खाने तक सीमित केजरीवाल की संगरूर फेरी

जागरण संवाददाता, संगरूर

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लंबे अरसे बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कनवीनर अरविद केजरीवाल वीरवार को संगरूर पहुंचे। इसके बाद भी पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल किसी भी समय बज सकता है। ऐसे में पार्टी वर्करों सहित पंजाब के आवाम को पार्टी द्वारा एलान किए जाने वाले मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा सुनने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन केजरीवाल ने ऐसा कोई एलान करना तो दूर, बातचीत करने को भी तवज्जो नहीं दी।

संगरूर विधानसभा सीट से टिकट के लिए दावेदारी करने वाले पार्टी के दिग्गज चेहरे भी केजरीवाल से मुलाकात करने के लिए भटकते रहे, लेकिन उनकी फरियाद सुनने को भी आम आदमी के नेता होने का दावा करने वाले केजरीवाल के पास समय नहीं रहा। भले ही केजरीवाल सांसद मान के आवास पर तीन घंटे तक डटे रहे व दोपहर के लंच में मक्की की रोटी व सरसों के साग का स्वाद भी चखा, कितु उनसे मुलाकात करने के लिए वीरवार सुबह से ही राह में आंखें बिछाए बैठे वर्करों को मायूसी का सामना करना पड़ा। अपने नेता को फूलों का गुलदस्ता भेंट करने के लिए इंतजार करते-करते वर्करों के चेहरे मुरझाए फल की भांति हो गए।

उल्लेखनीय है कि सुबह अरविद केजरीवाल रेलगाड़ी के माध्यम से संगरूर पहुंचे। उनके साथ दिल्ली के विधायक राघव चड्डा, पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह भी मौजूद रहे। रेल से उतरते ही केजरीवाल तुरंत अपने काफिले की ओर बढ़े, तो देखा कि राघव चड्डा कहीं आसपास दिखाई नहीं दे रहे। सांसद मान की नजर पड़ी तो देखा कि पुलिस बल ने केजरीवाल को पिछले गेट से निकालने के तुरंत बाद गेट बंद कर दिया, जिस कारण राघव चड्डा वहीं फंसे रह गए। सांसद मान अपने साथ एसएसपी संगरूर स्वप्न शर्मा का हाथ पकड़कर साथ लेकर गए व पुलिस से गेट खुलवाकर राघव चड्डा को अपने साथ लेकर आए। फिर काफिला साथ सांसद मान की कोठी की तरफ रवाना होने लगे। मान के आवास पर तीन घंटे तक बैठकों का दौर जारी रहा, लेकिन मीडिया से पूरी दूरी बनाकर रखी गई। बेशक इस दौरान बार मीडिया से बातचीत करवाने की बात कही जाती रही, कितु अंत में केजरीवाल बिना बात किए ही संगरूर से मानसा के लिए रवाना हो गए।

सांसद मान कुछ समय पहले सीएम चेहरे के एलान को लेकर हाईकमान व मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल से खफा चल रहे थे। इस दौरान सांसद मान के आवास पर पार्टी वर्करों व मान समर्थकों ने कुछ दिन इकट्ठा होकर पार्टी हाईकमान से मान को सीएम एलान किए जाने की मांग करते रहे, लेकिन कुछ सफलता हाथ नहीं लगी। इसके चलते वीरवार को भी भारी गिनती में पार्टी वर्कर केजरीवाल तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए फिर संगरूर पहुंचे थे, लेकिन आज भी उनकी फरियाद धरी की धरी रह गई। पार्टी का गुणगान करने वालों के लिए जहां पार्टी के सुप्रीमो के पास समय न होने के कारण पार्टी वर्करों के हाथ में मायूसी ही आई। - इनसेट

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मीडिया से धक्कामुक्की, चुपचाप फुर्र हुए केजरीवाल संगरूर: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल का संगरूर फेरी के दौरान मीडिया कर्मियों के प्रति अपनाया रवैये काफी निदंनीय रहा। मीडिया से बातचीत करने में अरविद केजरीवाल ने कोई रूचि नहीं दिखाई, जब बातचीत की कोशिश की गई तो वह बिना बात किए ही निकल गए। इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने भी मीडिया कर्मियों के साथ धक्कामुक्की करके हुए उन्हें गाड़ी के आगे से हटा दिया। एक मीडियाकर्मी संतुलन बिगड़ने के कारण गाड़ी के आगे गिर गया, लेकिन इसके बावजूद केजरीवाल की गाड़ी को रोका नहीं गया। मीडिया कर्मी बाल-बाल बचा। इस रवैये पर समूह मीडिया कर्मियों ने कड़ी निदा की व नाराजगी जाहिर की।


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