संयुक्त परिवार के बाद अब एकल परिवार से भी उकताने लगे लोग
संगरूर वसुवैध कुटुंबकम यानि संपूर्ण विश्व एक परिवार के समान है की भावना का जितनी तेजी से प्रसार हो रहा है उतनी तेजी से व्यक्तिगत परिवारों में दरारें आ रही हैं। वसंत वैली पब्लिक स्कूल लड्डा की प्रधानाचार्य योगिता भाटिया ने इसे एक चिताजनक विषय बताते कहा कि आज की तेज रफ्तार जिदगी के कारण हर व्यक्ति स्वयं को अकेला अनुभव कर रहा है।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
वसंत वैली पब्लिक स्कूल लड्डा की प्रधानाचार्य योगिता भाटिया ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम यानि संपूर्ण विश्व एक परिवार के समान है की भावना का जितनी तेजी से प्रसार हो रहा है, उतनी तेजी से व्यक्तिगत परिवारों में दरारें आ रही हैं। इसे एक चिताजनक विषय बताते कहा कि आज की तेज रफ्तार जिदगी के कारण हर व्यक्ति स्वयं को अकेला अनुभव कर रहा है। पहले संयुक्त परिवार टूटे व एकल परिवारों में लोग स्वयं को सुखी अनुभव करने लगे, कितु अब एकल परिवारों से भी लोग उकताने लगे हैं। पति-पत्नी एक दूसरे के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना अपने स्वाभिमान के विरुद्ध समझने लगे हैं। बच्चों के प्रति अपने कर्तव्य का पालन उन्हें आर्थिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने तक सीमित रह गया है। इसका सीधा प्रभाव आने वाली पीढि़यों पर पड़ रहा है। बच्चों को भी माता-पिता से कोई लगाव नहीं। आज का यह खोखले स्वाभिमान का शौक समाज को भी खोखला बना रहा है। प्रात: कालीन प्रार्थना सभा में छात्रों व अध्यापकों द्वारा इस विषय पर भाषण दिए गए। विद्यालय के अध्यक्ष संजय गुप्ता व रत्ना गुप्ता ने छात्रों को अंतरराष्ट्रीय कुटुम्ब दिवस की बधाई देते हुए अभिभावकों को अपने-अपने परिवारों को संगठित करने का संदेश दिया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप