दस करोड़ के निवेश के लिए जिला स्तर पर मिलेगी एनओसी : डीसी
जागरण संवाददाता संगरूर संगरूर डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रियल चैंबर की कार्यकारिणी की बैठक करवाई गई।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
संगरूर डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रियल चैंबर की कार्यकारिणी की बैठक जिलाध्यक्ष घनश्याम कांसल व चेयरमैन डॉ. एआर शर्मा के नेतृत्व में हुई। बैठक में डीसी रामवीर मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए। चैंबर में डीसी रामवीर का औपचारिक तौर पर स्वागत किया गया। डीसी रामवीर ने चैंबर का आभार व्यक्त करते कहा कि कोविड-19 के संकट में उद्योगपतियों ने सबसे ज्यादा सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि दस करोड रुपये तक के निवेश (इंडस्ट्री) पर अब जिला स्तर पर ही एनओसी दी जाएंगी। नए उद्योग स्थापित करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। संगरूर के उद्योगपतियों की कड़ी मेहनत का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि पटियाला जिले के मुकाबले संगरूर डेढ़ गुणा ज्यादा राजस्व दे रहा है व उद्योगपतियों की मदद से इस राजस्व को दो गुणा करने का प्रयास रहेगा। कृषि क्षेत्र में भी संगरूर अग्रणी जिला है।
चैंबर के जिलाध्यक्ष ने उद्योगपतियों की समस्याओं को उठाते कहा कि नए उद्योग लगाने के लिए राज्य सरकार बोरवेल पर लगाई पाबंदी हटाई जाए। सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड का गठन करने की नोटिफिकेशन जारी की जाए। संगरूर जिला को ब्लैक जोन से बाहर निकाला जाए। इंडस्ट्री पर बिजली के फिक्स चार्ज को समाप्त किया जाए व बैंक व्याज में कटौती की जाए।
चेयरमैन डॉ. एआर शर्मा ने कहा कि 2009 के बाद स्थापित हुई इंडस्ट्री के सीएलयू अदा करने के लिए चैंबर के सभी सदस्य सहमत हैं, लेकिन सरकार इस इंडस्ट्री के कंस्ट्रक्शन नक्शे में किसी तरह के बदलाव की शर्त नहीं रखे। बगैर शर्त के सीएलयू पारित होने से सरकार को भारी राजस्व प्राप्त होगा। चैंबर के कोषाध्यक्ष एमपी सिंह ने मंच संचालन किया।
बैठक में जिले के सभी ब्लाक पदाधिकारियों का विशेष रूप से सम्मान किया गया। इस मौके पर पैटर्न वीपी सिंह, विजय गुप्ता, बलविदर जिदल, दीपक जिदल, गौरव मघान, लक्की गोयल, भारत भूषण गर्ग, वितेश गर्ग, भीम सैन गर्ग, सतवंत सिंह, संजय गोयल, रणधीर हुंजन, स्वर्णजीत सिंह, सुनील गोयल शैली, अमन जख्मी, राजेश सिगला शैंटी, अमित जिदल, कमल जिदल आदि हाजिर थे।