पर्यावरण के पांच पहरेदार, धरती को करेंगे खुशहाल
मनदीप कुमार संगरूर दूषित हो रहे पर्यावरण को संभालने व स्वच्छ बनाने के लिए अधिक से अधिक
मनदीप कुमार, संगरूर :
दूषित हो रहे पर्यावरण को संभालने व स्वच्छ बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करना जहां जरूरी है, वहीं वृक्ष बनने तक इनका संरक्षण भी अतिआवश्यक है। जिले के कुछ व्यक्ति पर्यावरण को की संभाल के लिए लगातार पौधारोपण करने में जुटे हैं। वहीं, जिले में बरसाती पानी को संजोकर रखने का प्रयास भी आरंभ कर दिया गया है। पर्यावरण की संभाल के लिए किए जा रहे प्रयासों की बात करें तो मालेरकोटला के उद्योगपति इंद्रजीत सिंह मुंडे, धूरी की महिला अग्रवाल सभा की प्रतिनिधि पूजा जिदल, संगरूर में पराली को पशु आहार बनाने में जुटे डॉ. एएस मान, पौधारोपण करने वाले वकील सुमीर फत्ता व बरसाती पानी से जमीन को रिचार्ज करने का प्रोजेक्ट आरंभ करने वाले प्रिसिपल जोगा सिंह के नाम उल्लेखनीय हैं।
जिले को हराभरा बनाने का लक्ष्य
प्रोफाइल: केएस कंबाइन ग्रुप के मालिक इंद्रजीत सिंह मुंडे पिछले दो दशक से पौधारोपण मुहिम चला रहे हैं। कंबाइन इंडस्ट्री के परिसर सहित मालेरकोटला शहर के सभी चौक चोराहों, जिले के सभी पुलिस स्टेशनों व पुलिस लाइन में पौधारोपण कर चुके हैं। इस वर्ष जिले में पांच हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बरसात का मौसम शुरू होते ही मुहिम आरंभ करेंगे।
दो लाख से अधिक तुलसी के पौधों का कर चुकी हैं वितरण
धूरी की महिला अग्रवाल सभा की प्रतिनिधि पूजा जिदल की अगुआई में महिलाएं पांच वर्ष से तुलसी के पौधों का वितरण कर रही हैं। महिलाएं जहां धार्मिक संगठनों की कमेटियों व आम शहर निवासियों को तुलसी के पौधे वितरित करती हैं, वहीं हर सावन में पौधरोपण भी करती हैं। लोगों को पौधरोपण और उसके संरक्षण के लिए भी जागरूक करती हैं। अब तक धूरी इलाके में दो हजार से अधिक तुलसी के पौधे वितरित कर चुकी हैं।
सड़क किनारे लगाए सैकड़ों पैधे
वातावरण प्रेमी वकील सुमीर फत्ता पिछले एक दशक से पौधारोपण कर रहे हैं। पिछले समय दौरान पटियाला-बठिडा मार्ग को चौड़ा करने के लिए इनके किनारों से पुराने हरेभरे पेड़ काट दिए गए। सड़क को दोबारा से हरा-भरा बनाने के लिए हाईवे किनारे पीपल, नीम, बरगद, सफेदा सहित अन्य छायादार पौधे लगाने में जुटे हैं। संगरूर से भवानीगढ़ इलाके तक दोनों तरफ 2800 पौधे लगा चुके हैं। हर रविवार पौधारोपण करने व पौधों की संभाल करते हैं।
पराली का चारा बनाने के लिए कर रहे प्रेरित
वातावरण प्रेमी डॉ. एएस मान ने गोवर्धन के स्वामी आनंद गोपाल दास के साथ मिलकर किसानों को पराली को आग न लगाने व पराली को पशु आहार के तौर पर इस्तेमाल करने की मुहिम आरंभ की। जिसकी बदौलत गत वर्ष जिले में पंजाब का पहला पराली बैंक बना। साथ ही प्रशासन ने इसे अपनाते हुए गौशालाओं के लिए पराली एकत्रित करके गौशालाओं में पशु आहार के संकट को दूर किया। जिले से मथुरा, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य इलाके के लिए पराली भेजने का प्रबंध करने का प्रयास शुरू किया। किसानों के लिए पराली प्रबंधन एक बड़ा मुद्दा है। किसानों को जागरूक करेंगे व पराली बैंक को प्रफुल्लित करेंगे। संचय कर रहे वर्षा का जल
प्रोफाइल: भूजल स्तर को गिरने से बचाने व बरसात के पानी को जमीन में डालने के लिए आदर्श मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधन ने स्कूली इमारत का पानी जमीन में डालने के प्रोजेक्ट आरंभ किया। प्रिसिपल जोगा सिंह ने बताया कि इमारत की छतों के ड्रेन पाइपों को सीधे जमीन में चैंबर बनाकर डाला जाता है, ताकि पानी व्यर्थ जाने की बजाए भूजल स्तर को गिरने से बचा सके।