पीड़ितों की मदद को आगे आए किसान, हर घर पहुंचाया राशन व तूड़ी
जागरण संवाददाता, संगरूर : मदद.. यह केवल एक शब्द ही नहीं है, बल्कि इसे इंसान बड़ी से बड़
जागरण संवाददाता, संगरूर :
मदद.. यह केवल एक शब्द ही नहीं है, बल्कि इसे इंसान बड़ी से बड़ी आपदा का सामने करने में भी सक्षम रहता है। समाज में यदि एक इंसान दूसरे की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए तो हर आपदा का मुकाबला करना आसान हो जाता है।
जिला संगरूर के गांव लड्डा में गत दिनों आगजनी की भेंट चढ़ी गेहूं की फसल व तूड़ी कारण पीड़ित किसानों की मदद के लिए गांव के किसानों ने कदम आगे बढ़ाते एक नई मिसाल कायम की है, ताकि आगजनी से हुए नुकसान के कारण कोई भी पीड़ति किसान आत्महत्या की राह पर न चलें। सभी किसान मिलकर पीड़ति किसानों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं व हर पीड़ति परिवार को गेहूं, पशुओं के लिए तूड़ी देने के लिए दिल खोल कर मदद कर रहे हैं। वहीं हलका विधायक दलवीर ¨सह गोल्डी ने भी हलके के समूह गांवों के किसानों से अपील की कि वह आगजनी की कुदरती आपदा की भेंट चढ़ी फसलों के मद्देनजर पीड़ित किसानों को बचाने की खातिर एक दूसरे की मदद करें, ताकि कोई भी किसान आत्महत्या की राह पर चलने को मजबूर न हो। ग्रामीणों ने एलान किया है कि धाíमक स्थलों व बाहरी गांवों से आकर गेहूं लेकर जाने वालों को गेहूं देने की बजाए, इस बार समूह ग्रामीण किसान पीड़ति किसानों की मदद के लिए ही गेहूं देंगे। अंत में बाकी बची गेहूं की धाíमक स्थलों को दी जाएगी। सोशल मीडिया से की शुरुआत
यूथ कांग्रेस हलका धूरी के इंचार्ज मिट्ठू लड्डा ने कहा कि गत दिनों इलाके के छह किसान परिवारों की 52 एकड़ गेहूं की फसल व 200 एकड़ नाड़ आग की भेंट चढ़ गई। इस कारण पीड़ित किसानों के पास घर के गुजारे के लिए भी अनाज नहीं बचा था। इन किसानों की मदद के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाई व अनाउंसमेंट करवाई गई। देखते ही देखते गांव के किसान मदद के लिए उमड़ पड़े और पीड़ित किसानों की मदद के लिए सभी ने अपनी इच्छा अनुसार सहयोग दिया। प्रति परिवार बांटी 30 ¨क्वटल गेहूं
गेहूं इकट्ठा करने में जुटे मिट्ठू लड्डा, बीकेयू उगराहां के नुमाइंदे हरबंस ¨सह, डॉ. परमजीत पम्मा, प्रगट ¨सह, दीप ¨सह पंच, गुग्गा भुल्लर, जुग्गा भुल्लर, प्रभ ¨सह, प्रीतपाल ¨सह, जुगनू ¨सह ने बताया कि पीड़ति किसानों की मदद के लिए आगे आए ग्रामीणों से मिली गेहूं में से पीड़ति छह परिवारों को प्रति परिवार 30 ¨क्वटल गेहूं भेंट की गई है। इसके अलावा पशुओं के लिए चारे के रूप में दो-दो ट्राली उन पीड़ित किसानों को सौंपी गई है, जिनकी नाड़ आग की भेंट चढ़ गई थी। ग्रामीणों ने डाला मुंह में निवाला
पीड़ति किसान गुरप्रीत ¨सह, दीप ¨सह, मिट्टू ¨सह, निट्टू ¨सह, जागर ¨सह जागरी, सुक्खी कलेर ने कहा कि उनकी सारी फसल आग की लपटों में राख हो गई। फसल को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन बचा नहीं पाए। मंडी में बेचना तो दूर घर के गुजारे के लिए भी दाने नहीं बच पाए। ऐसे में यह ¨चता सता रहा थी कि घर का गुजारा कैसे चलेगा, लेकिन लोगों ने मदद करके उनके परिवार को बड़ी राहत दी है। कुदरती आपदा को तो रोका नहीं जा सकता, लेकिन ग्रामीणों की मदद से उनके परिवार पर आई यह मुश्किल दौर निकल गया है। ग्रामीण करें पीड़ित किसानों की मदद : गोल्डी
बेनड़ा : गांव लड्डा, बेनड़ा, मानवाला सहित अन्य कई गांवों में कुदरती आपदा के कारण जो किसानों की फसल आग की भेंट चढ़ गई थी, उन किसान परिवारों की मदद के लिए हलका विधायक दलवीर ¨सह गोल्डी खंगूड़ा ने स्थानीय मार्केट कमेटी में पीड़ित किसानों, आढ़तियों व विभिन्न खरीद एजेंसियों के अधिकारियों से बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ति किसानों को मुआवजा पहल के आधार पर दिया जाएगा, वहीं हर एक गांव में गेहूं, तूड़ी एकत्रित करके पीड़ित परिवारों को देने की अपील की गई। उन्होंने लड्डा निवासियों द्वारा किए इस प्रयास की प्रशंसा की।