समय पर गेहूं नहीं मिलने के चलते लाभार्थियों ने जताया रोष
गांव बडरूखां के जरूरतमंद परिवारों द्वारा डिपू होल्डर पर समय पर गेहूं मिलने से प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
नजदीकी गांव बडरूखां के जरूरतमंद परिवारों ने डिपो होल्डर द्वारा समय पर गेहूं न वितरित करने व राशन देने के लिए परेशान करने का आरोप लगाते हुए रोष प्रदर्शन किया। गांव बडरूखां निवासी सुखदेव सिंह, बिक्कर सिंह, निर्भय सिंह, महिदर सिंह, सुरजीत कौर, मनजीत कौर, करतार कौर के अलावा गांव की अन्य बुजुर्ग महिलाओं ने डिपो होल्डर बडरूखां खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि डिपो होल्डर ने हर 6 माह बाद गेहूं की सप्लाई करनी होती है। उसका फर्ज बनता है कि वह गांव में किसी पक्की जगह पर ही गेहूं वितरित करे व गांव में गेहूं के वितरण संबंधी अनाउसमेंट की जाए। डिपो होल्डर संगरूर से आता है व गेहूं संबंधी बिना अनाउसमेंट करवाए हर बार गेहूं वितरित करने वाली जगह बदल देता है, जिस कारण गांव के बहुत से लोग गेहूं लेने से वंचित रह जाते हैं। इसके अलावा कई बार स्वाइप मशीन खराब होने का बहाना बनाकर पूरा दिन गेहूं का वितरण नहीं करता। उन्होंने सरकार व जिला प्रशासन से मांग की कि गांव के ही किसी व्यक्ति को डिपो दिया जाए व हर बार अनाउसमेंट करवाकर किसी पक्की निर्धारित जगह पर गेहूं वितरित की जाए। पूरा सिस्टम अब आनलाइन: डिपो होल्डर
जब इस संबंधी मेघराज डिपो के मालिक हितेश कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि गेहूं की सप्लाई वाली रसीद निकालने वाली स्वाइप मशीन आनलाइन संगरूर से फूड इंस्पेक्टर द्वारा चलाई जाती है। जब तक यह स्वाइप मशीन नहीं चलती तब तक वह गेहूं वितरित नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि अब यह पूरा सिस्टम आनलाइन चलता है। जिसमें अक्सर देरी होती रहती है, लेकिन इसमें उसका कोई कसूर नहीं है। तकनीकी खामी कारण देरी से चली मशीन
फूड इंस्पेक्टर रोहित मित्तल ने कहा कि यह स्वाइप मशीन कुछ तकनीकी कारणों के कारण लेट चली थी। गेहूं की खाली बोरी गेहूं से साथ बिलकुल मुफ्त है। डिपो होल्डर उसके पैसे नहीं ले सकता, कितु फिर भी यदि लोगों को कोई मुश्किल पेश आती है तो वह उन्हें लिखित तौर पर शिकायत करें। वह इस संबंधी डिपो होल्डर के खिलाफ बनती कार्रवाई करेंगे।