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आज लौटेगी जिले के स्कूलों में रौनक, सभी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खुले स्कूल

चार माह बाद आज फिर से स्कूलों के आंगन में रौनक लौट आएगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 05:11 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 05:11 PM (IST)
आज लौटेगी जिले के स्कूलों में रौनक, सभी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खुले स्कूल

जागरण संवाददाता, संगरूर

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चार माह बाद आज फिर से स्कूलों के आंगन में रौनक लौट आएगी। पंजाब सरकार ने दो अगस्त से सभी स्कूलों को सभी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत अब सरकारी व प्राइवेट सभी प्रकार के स्कूल खुले जाएंगे व विद्यार्थियों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए सावधानियों बरतते हुए स्कूल में पढ़ाई आरंभ कर दी जाएगी।

मार्च से पंजाब भर के सरकारी व प्राइवेट सभी प्रकार के स्कूल कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर बंद कर दिए गए थे। बेशक सरकार के आदेश में गत सप्ताह दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के पहले चरण में स्कूल खोले गए थे, लेकिन अब सरकार ने सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल आने की इजाजत दे दी है। जिले में सोमवार को तीन लाख ग्यारह हजार विद्यार्थी अपने स्कूलों की तरफ रुख करेंगे। लिहाजा आज स्कूल में खूब रौनक रहेगी।

उल्लेखनीय है कि जिला संगरूर व मालेरकोटला में सरकारी, अ‌र्द्धसरकारी व निजी स्कूलों की गिनती 1558 है, जिनमें से 664 प्राइमरी स्तर के सरकारी स्कूल मौजूद हैं। इन स्कूलों में 3 लाख 11 हजार 765 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पहले चरण में बेशक दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के साढ़े चौदह हजार विद्यार्थी ही स्कूल आ रहे थे, लेकिन सरकार के नए आदेशों पर अब सभी विद्यार्थी स्कूल आ सकेंगे।

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स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं

कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकारी व निजी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए मास्क पहनकर आना अनिवार्य है। बिना मास्क के विद्यार्थी को कक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही विद्यार्थियों को एक-एक अतिरिक्त मास्क साथ लाने के लिए भी हिदायत दी गई है। एक टेबल पर विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी बनाकर बिठाने का प्रबंध किया गया है, जहां पर बैठने की अतिरिक्त व्यवस्था है, वहीं एक टेबुल पर एक ही विद्यार्थी बैठेगा। स्कूलों के कमरों को सैनिटाइज करवा दिया गया है। -------------------

स्कूल स्टाफ लगवा चुका है वैक्सीन

जिला शिक्षा अफसर मलकीत सिंह का कहना है कि जिले के सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की सौ फीसद के करीब वैक्सीनेशन हो चुकी है। ऐसे में सभी अध्यापक कोरोना महामारी से सुरक्षित है। अध्यापकों के उनके दोनों डोज लगने के सर्टिफिकेट भी मौजूद हैं। ऐसे में परिजन अपने बच्चों को बिना किसी संकोच के स्कूल भेजें, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई और बेहतर तरीके से हो सके। इस समय दौरान विद्यार्थियों की आनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी। स्कूलों में विद्यार्थी व स्टाफ सदस्य कोरोना महामारी से बचाव के लिए नियमों का पालन गंभीरता से करें।

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सरकार ने लिया उचित फैसला

साइंटिफिक अवेयरनेस एंड सोशल वेलफेयर फोरम के प्रधान डा. एएस मान ने कहा कि सरकार द्वारा सभी विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने की इजाजत देकर उचित फैसला लिया है। पिछले करीब चार ही नहीं, बल्कि डेढ़ वर्ष से विद्यार्थी अपने स्कूल-कालेजों से दूर हैं। ऐसे में आनलाइन पढ़ाई बेशक कारगर रही है, लेकिन विद्यार्थियों की दिनचर्या काफी प्रभावित हुई है। अब स्कूल में विद्यार्थी अध्यापकों के सामने रहकर बढि़या तरीके से पढ़ाई कर पाएंगे। पिछले समय में पढ़ाई के हुए नुकसान की भरपाई के लिए विद्यार्थी कड़ी मेहनत करें। -----------------------

सरकार के आदेश का था इंतजार हैरीटेज पब्लिक स्कूल भवानीगढ़ के डायरेक्टर अनिल मित्तल ने बताया कि सरकार के इस आदेश का लंबे समय से इंतजार था। सोमवार को सभी निजी स्कूल सभी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खुलेंगे। विद्यार्थी भी इस दिन का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि कोरोना काल से विद्यार्थियों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। बेशक स्कूलों के मेहनती स्टाफ ने विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान को बचाने के लिए कड़े प्रयास किए, लेकिन अब विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। स्कूलों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। अभिभावक बिना किसी डर के अपने विद्यार्थियों को स्कूल भेजें।


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