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कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए मददगार बनी कोविड रसोई

एकतरफ जहां लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं वहीं कुछ व्यक्ति कोरोना की चपेट में आए व्यक्तियों की मदद के लिए खुद आगे आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 04:37 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 04:37 PM (IST)
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए मददगार बनी कोविड रसोई
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए मददगार बनी कोविड रसोई

मनदीप कुमार, संगरूर

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एकतरफ जहां लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं, वहीं कुछ व्यक्ति कोरोना की चपेट में आए व्यक्तियों की मदद के लिए खुद आगे आ रहे हैं। ऐसे ही संगरूर निवासी पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के वकील हिमांशु छाबड़ा हैं। वह हाई कोर्ट से छुट्टियां होने के कारण घर पर खाली बैठने की बजाए, अपने घर पर खाना बनाकर कोरोना संक्रमित मरीजों को घर-घर तक मुफ्त पहुंचा रहे हैं। करीब एक माह से हिमांशु सहित उनका पूरा परिवार इस कार्य में जुटा है, ताकि अपने घरों में आइसोलेशन में रह रहे कोरोना से संक्रमित मरीज या उनके अन्य परिजन दो वक्त के खाने से वंचित न रहें। पीजीआइ के डाक्टरों की सलाह पर ही हिमांशु कोरोना मरीजों के लिए पौष्टिक भोजन मुहैया करवा रहे हैं। उन्होंने अपनी रसोई को कोविड रसोई का नाम दिया है। छाबड़ा ने कहा कि कोरोना महामारी ने हर घर को प्रभावित किया है। कई लोगों के रोजगार छीन गए हैं तो कईयों के व्यापार ठप पड़े हुए हैं। महामारी की लोगों पर दोहरी मार पड़ी है। महिलाओं को कोरोना से ग्रस्त होने के कारण कई घर ऐसे हैं, जिनके घर पर खाना तक नहीं बन पा रहा है। उनके गुरुग्राम में रहते एक रिश्तेदार को भी ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ा। घर पर खाना बनाने के लिए भी कोई नहीं था, जिनसे बातचीत करने पर उन्हें इस तकलीफ का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने ऐसे कोरोना मरीजों की मदद करने का मन बनाया और अपने परिवार से सलाह की, जिसके बाद वह घरों में आइसोलेट कोरोना संक्रमित मरीजों तक खाना पहुंचाने में जुट गए।

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- मित्र डाक्टर से ली खाने संबंधी सलाह

वकील हिमांशु छाबड़ा ने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए खाना बनाने के लिए उन्होंने अपने मित्र डा. अतुल राय से सलाह ली। उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों को पौष्टिक व साधारण खाने का ही सेवन करना चाहिए। उनकी सलाह अनुसार ही खाने में दाल, सब्जी, सलाद, फल, रोटी, चावल व अन्य सामग्री तैयार की जाती है। इसे पैकिग करके मरीजों के घर तक पहुंचा रहे हैं। मरीजों सहित उनके परिजनों को भी खाना दिया जाता है।

----------------------- पूरा परिवार सेवा में जुट गया, नाम दिया कोविड रसोई:-

हिमांशु ने कहा कि उन्होंने फेसबुक, वाट्सएप पर हेल्पलाइन नंबर डालकर अपील की कि अगर किसी कोविड मरीज को खाने की मदद चाहिए तो वह इन नंबरों पर संपर्क करें। मरीज की कोविड संक्रमित होने की रिपोर्ट भी साथ मांगी गई, जिसके बाद रोजाना 35 से 40 तक जरूरतमंदों के आर्डर मिल रहे हैं। उनकी पत्नी प्रिया छाबड़ा, माता सुजाता छाबड़ा, पिता रमेश छाबड़ा व चाचा दविदर छाबड़ा सहित पूरा परिवार इस सेवा में जुट गया है। हिमांशु का कहना है कि करीब एक माह से कोरोना संक्रमित मरीजों व उनके परिवार को खाना देने की सेवा जारी है, जिसे भविष्य में भी जारी रखा जाएगा।


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