कांग्रेस सरकार की नीयत व नीति सपष्ट नहीं : ढींडसा
सुनाम ऊधम ¨सह वाला (संगरूर) प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री व अकाली दल के महासचिव पर¨मदर ¨सह ढींडसा ने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीयत तथा नीति सपष्ट व साफ नहीं है। कांग्रेस सरकार अपने दावों व फैसलों पर खुद ही सवालिया निशान लगा रही है। ढींडसा ने कहा कि सरकार की ओर से सुनाम में महान शहीद ऊधम ¨सह की यादगार बनाने हेतू सवा दो करोड रूपये देने की घोषणा और इसमें से एक करोड रूपये जारी करने का दावा ट्विट के माध्यम से 6 माह पहले किया गया। लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
जेएनएन, सुनाम ऊधम ¨सह वाला (संगरूर) : प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री व अकाली दल के महासचिव पर¨मदर ¨सह ढींडसा ने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीयत व नीति स्पष्ट व साफ नहीं है। कांग्रेस सरकार अपने दावों व फैसलों पर खुद ही सवालिया निशान लगा रही है। सरकार की ओर से सुनाम में महान शहीद ऊधम ¨सह की यादगार बनाने हेतु सवा दो करोड़ रुपये देने की घोषणा व इसमें से एक करोड़ रुपये जारी करने का दावा ट्वीटर के माध्यम से 6 माह पहले किया गया, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
शुक्रवार को सुनाम में शहीद ऊधम ¨सह के भांजे खुशी नंद (105) के निधन पर शोक जताने पहुंचे पूर्व वित्त मंत्री ढींडसा ने कहा कि अकाली भाजपा सरकार ने यादगार के लिए जमीन खरीदी और नक्शा तैयार करवाया गया। इस संबंधी टेंडर लगाया गया था व आचार संहिता लागू होने के कारण यादगार का निर्माण शुरू नहीं सका था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया है। शहीद के भांजे खुशी नंद के निधन पर शोक जताते उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने मामा (शहीद ऊधम ¨सह) की सोच पर पहरा दिया व जनसेवा को समर्पित रहे। उनके निधन पर समाज को भारी क्षति हुई है।
एक सवाल के जवाब में ढींडसा ने कहा कि वर्तमान दौर में पंजाब की जनता बुनियादी सुविधाओं को तरस रही है। जनकल्याण की तमाम योजनाएं दम तोड़ चुकी हैं। हरेक वर्ग अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करने को विवश हो रहा है। कांग्रेस सरकार तो चुनावी घोषणा पत्र में किए एक भी वादे को अमली रूप नहीं दे पाई है व पंजाब के लोग इसका हिसाब आने वाले समय में जरूर लेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए अकाली दल अपना चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने में पूरी तरह से जुट गया है। चुनावी घोषणा पत्र में पूरे किए जाने वाले वादे ही शामिल होंगे। इस मौके पर अकाली दल के जिलाध्यक्ष प्रितपाल ¨सह हांडा, नगर पार्षद याद¨वदर निर्माण, र¨वदर गोरखा, ज्ञान ¨सह, मीत ¨सह, राम ¨सह आदि हाजिर थे।