देश को गुलाम बना रही केंद्र सरकार : सीताराम
जागरण टीम संगरूर कामरेड तेजा सिंह स्वतंत्र भवन में पंजाब सबार्डिनेट सर्विसिज फेडरेशन ने धरना लगाया।
जागरण टीम, संगरूर : कामरेड तेजा सिंह स्वतंत्र भवन में पंजाब सबार्डिनेट सर्विसिज फेडरेशन व दी क्लास फोर गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन जिला संगरूर ने शहीद भगत सिंह का 113वां जन्मदिन मनाया गया। समागम की प्रधानगी सीता राम शर्मा, मेला सिंह पुन्नावाल व बिजली फेडरेशन के सर्किल प्रधान जीवन सिंह ने की। उन्होंने कहा कि देश को मानसिक गुलामी से आजाद करवाना होगा। मोदी सरकार द्वारा एक राष्ट्र बनाने के सपने ने देश को बर्बाद दिया है। मजदूर से उसकी मजदूरी व किसान से उसकी खेती छीनी जा रही है। गुलामी मिटाने के लिए नौजवानों को क्रांतिकारी सोच अपनानी होगी। उन्होंने विभिन्न विभागों में काम करते ठेके, आउटसोर्स, दिहाड़ीदार मुलाजिमों को पक्का करने, बराबर काम बराबर वेतन लागू करने की मांग की। भारत नौजवान सभा के प्रांतीय प्रतिनिधि मनजिदर सिंह धालीवाल ने कहा कि आज शहीद भगत सिंह के नाम पर शहीद भगत सिंह राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून बनाने दिहाड़ी का समय छह घंटे करने की सख्त जरूरत है। इस मौके पर बिक्कर सिंह सीबिया, रमेश कुमार, गुरमीत सिंह, हंसराज, गुरतेज शर्मा, अमरीक सिंह, दलवारा सिंह आदि उपस्थित थे।
उधर, लहरागागा में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की गांव इकाई कोटड़ा में शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्मदिन मनाया गया। इसमें क्षेत्र के नौजवानों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। किसान नेता दर्शन सिंह ने कहा कि आज के समय में शहीद भगत सिंह की सोच अपनाना बेहद जरूरी है, क्योंकि समय की सरकारें अंग्रेजों की तरह दोबारा देश को गुलामी की जंजीर में कैद करना चाहती है। इसके चलते सरकारी जायदादों को प्राइवेट कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। इस अवसर शहीद की प्रतिमा पर फूलमालाएं भेंट की गई। इस मौके पर प्रधान करनैल सिंह, हरवंत सिंह, बहादर सिंह, सतपाल सिंह, बसंत सिंह, अरमान सिंह, काला सिंह आदि उपस्थित थे।
उधर, मूनक के गांव ढींडसा में लोगों द्वारा शहीद भगत सिंह के जन्मदिन पर रविवार रात्रि रात को कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि भेंट की। इसमें महिलाओं, नौजवानों, बच्चों व बुजुर्गों ने हाथ में मोमबत्ती पकड़कर शिरकत की। इस अवसर पर कर्मजीत सिंह, राम सिंह ढींडसा ने कहा कि देश आजाद होकर भी पूरी तरह आजाद नहीं हो पाया है। हालांकि लोग शरीरिक कैद से सत्तर वर्ष पहले आजाद हो गए हो, लेकिन मानसिक तौर पर अभी भी गुलाम ही हैं। जिन्हें आजाद कराने के लिए नौजवानों को शहीदों की सोच अपनाकर जुल्मी सरकार का खूनी पंजा तोड़ना होगा। मौके पर जरनैल सिंह, सुखदेव सिंह, दलीप सिंह, गुरविदर सिंह, बचित्र सिंह के अलावा शहीद करतार सिंह क्लब के सदस्य व महिलाएं उपस्थित थे। उधर, दिड़बा की स्थानीय तहसील कंप्लेक्स में शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मनाते हुए लड्डू वितरित कर क्षेत्र निवासियों को बधाई दी गई। एडवोकेट सुखविदर सिंह, लखवीर सिंह, नील कमल, धर्मवीर गोयल, गुरसेवक सिंह, बलकार सिंह ने कहा कि आज समय की सरकारें लोगों को गुलाम बनाने की नीयत से देश विरोधी फैसले ले रही हैं। जिस प्रकार शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु व हजारों शहीदों ने अपना खून देकर देश आजाद करवाया था। उसी प्रकार आज के समय देश के नौजवानों को एकजुट होकर जुलम का नाश करना होगा, तभी जाकर देश सही मायनों में आजाद हो पाएगा।