फूड सप्लाई आफिस में कर्मचारी मिले गायब, लोग हुए परेशान
संगरूर बेशक राज्य सरकार द्वारा लोगों को पारदर्शी व जवाबदेह प्रशासन के दावे व वादे किए जा रहे हैं।
जेएनएन, लहरागागा (संगरूर) : बेशक राज्य सरकार द्वारा लोगों को पारदर्शी व जवाबदेह प्रशासन के दावे व वादे किए जा रहे हैं, कितु लहरागागा का फूड सप्लाई विभाग के मुलाजिमों से इलाका निवासी बेहद परेशान हैं। पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया व फूड सप्लाई विभाग के स्टाफ के गैरहाजिर रहने की चर्चाएं चल रही हैं, कितु इसके बावजूद यह सिलसिला निरंतर जारी है व उच्चधिकारियों की भी इसके प्रति कारगुजारी बेहद ढीली है। दोपहर तीन बजे के करीब दफ्तर का दौरा करने पर पाया गया कि मौके पर केवल एक इंस्पेक्टर ही हाजिर था। ड्यूटी पर हाजिर इंस्पेक्टर ने हाजरी रजिस्टर दिखाने से स्पष्ट मना कर दिया, कितु उसने यह भी माना कि उसके अलावा दफ्तर में कोई हाजिर नहीं। दफ्तर में आटा-दाल स्कीम के तहत गेहूं लेने आए लोगों ने कहा कि उन्हें गेहूं लेने के लिए परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि दफ्तर में मुलाजिम ही गैरहाजिर हैं। दफ्तर में आटा-दाल स्कीम के तहत गेहूं लेने के लिए पहुंचे जसविदर सिंह, मेजर सिंह, बलविदर कौर, अवतार सिंह, विराम सिंह ने दुखी मन से कहा कि वह सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जाने वाली गेहूं लेने के लिए सुबह से ही दफ्तर के चक्कर लगाने लग जाते हैं। गेहूं के लिए पर्ची दफ्तर में काटी जाती है, जबकि गेहूं अलग जगह से उठानी पड़ती है। पर्ची कटवाने के लिए वह दफ्तर में भटकते रहते हैं, लेकिन दफ्तर में पर्याप्त स्टाफ व इंस्पेक्टर मौजूद न होने के कारण उन्हें गेहूं लेने के लिए कई-कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। मैं जवाबदेह नहीं: एएफएसओ
जब दफ्तर इंचार्ज एएफएसओ हरप्रीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने टालमटोल की नीति अपनाते कहा कि उक्त मामले संबंधी वह जवाबदेह नहीं हैं। वह कोई भी जवाब नहीं देंगे। मुलाजिमों की उपस्थिति की होगी जांच : एसडीएम
इस मामले संबंधी जब एसडीएम सूबा सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है। इस संबंधी जांच करवाई जाएगी कि मुलाजिम दफ्तर में मौजूद रहते हैं या नहीं। उनके आने व जाने की पूरी हाजरी की जांच करवाएंगे। साथ ही जरूरतमंदों को मिलने वाली गेहूं के स्टाक की पड़ताल होगी। अगर किसी को गेहूं समय पर नहीं मिल रही है तो उसे तुरंत गेहूं दिलाई जाएगी।