प्रशासन ने स्कूल वाहनों पर कसा शिकंजा, 65 स्कूली बसों के काटे चालान
अब तक कंडम व अनफिट स्कूली वाहनों के प्रति आंखों मुंदे बैठे आरटीए विभाग की आंखें आखिर खुल गई है।
मनदीप/सुखदेव, संगरूर : अब तक कंडम व अनफिट स्कूली वाहनों के प्रति आंखों मुंदे बैठे आरटीए विभाग की आंखें आखिर खुल गई है। लोंगोवाल स्कूल वैन में चार बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद सोमवार को विभाग स्कूली वाहनों की चेकिग के लिए सड़कों पर उतरा। 85 से अधिक स्कूली वाहनों की चेकिग करने के बाद कागजों के अभाव से चल रहे 15 स्कूली वाहनों को थाने में बंद कर दिया। साथ ही सात कंडम स्कूली वाहनों को बाउंड किया गया। स्कूली वाहनों पर लागू होने वाले नियमों की उल्लंघना करने के तहत टैफ्रिक पुलिस ने 40 स्कूली वाहनों के चालान काटे गए। इसके अलावा आरटीए ने 25 स्कूली वाहनों के चालान काटे। हैरानी की बात है कि इससे पहले यह वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर चलते थे, लेकिन प्रशासन ने इसे कतई गंभीरता से नहीं, जिस कारण लोंगोवाल में चार मासूमों को अपनी जान गवानी पड़ी। वहीं जिले के कई स्कूलों ने अपने अनफिट वाहनों को आज स्कूलों से बाहर ही नहीं निकाला, जिस कारण बच्चों के अभिभावकों ने ही बच्चों को खुद स्कूल पहुंचाया।
लोंगोवाल के हादसे के बाद मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए स्कूली वाहनों की चेकिग के आदेशों का संज्ञान लेते हुए आरटीए विभाग, जिला ट्रैफिक पुलिस, बाल सुरक्षा विभाग व शिक्षा विभाग की टीम ने सोमवार को सुनाम, संगरूर, मूनक, लहरागागा, अमरगढ़ सहित जिले भर की विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी, स्कूलों का दौरा करके स्कूली वाहनों की चेकिग की। आरटीओ करणवीर सिंह छीना, एटीओ गुरचरण सिंह संधु व इंस्पेक्टर तेजिदरपाल सिंह की अगुआई में जिले भर में स्कूली वाहनों की चेकिग की। 15 स्कूली वाहनों को कागज व फिटनेट ने होने के कारण थाने में बंद कर दिया गया। साथ ही सात वाहनों की हालत बेहद कंडम होने के कारण उन्हें तुरंत बाउंड किया। एटीओ गुरचरण सिंह संधू व इंस्पेक्टर तेजिदरपाल सिंह ने नानकियाना साहिब चौंक व धूरी ओवरब्रिज के पास स्कूली वाहनों की चेकिग की।
स्कूलों ने सड़कों से दूर रखें अपने कंडम
लोंगोवाल के हादसे के बाद सोमवार को प्रशासन की सख्ती के कारण जिले भर के कई निजी स्कूलों संचालकों ने अपने खस्ताहाल वाहनों को सड़कों पर नहीं उतारा। लोंगोवाल के स्कूलों के अधिकतर निजी स्कूलों ने सोमवार व मंगलवार को छुट्टी का ऐलान कर दिया था, जिस कारण स्कूल बंद रहें। वहीं खुले रहने वाले स्कूलों ने भी अपने वाहनों को नहीं चलाया। संगरूर शहर की बात करें तो छोटे स्कूलों के पास बच्चों को घर छोड़ने व लाने के लिए छोटे ऑटो, वैन इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने भी सोमवार को वाहन नहीं चलाएं।
स्कूल या वाहन छुपाकर नहीं बच सकते, नियमों का करें पालन
आरटीए करणवीर सिंह छीना ने सोमवार को अपने स्कूल व स्कूली वाहनों को बंद रखने वाले स्कूल प्रबंधकों को सख्त नोटिस देते हुए कहा कि वह अपने वाहनों को सही हालत में रखें व दस्तावेज पूरे रखें। स्कूलों को बंद करके बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न करें। सभी स्कूलों में जाकर सभी वाहनों की चेकिग की जाएगी। नियमों पर खरे न उतरने वाले वाहनों के चालान काटने सहित बाउंड किए जाएंगे। बच्चों को पिक-एंड-ड्राप करने के लिए इस्तेमाल होने वाली वैन, ऑटो पर सख्त नोटिस लिया जाएगा।
अभिभावक हो जागरूक, रखें पूरा ध्यान
निजी स्कूल पेरेट्स तालमेल कमेटी के प्रतिनिधि वकील नरेश जुनेजा ने अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए अभिभावक भी जागरूकता से काम लें। अगर उनके बच्चों का स्कूल पुरानी, कंडम स्कूल वाहन का इस्तेमाल करता है तो उसकी तुरंत शिकायत करें व स्कूल प्रबंधकों से भी इसका जवाब मांगे। मोटी फीस अदा करने के एवज में बच्चों को सुरक्षित ट्रांसपोर्ट मुहैया करवाने के लिए स्कूल प्रबंधक जवाबदेह हैं।
अच्छी कंडीशन के रखें स्कूल वाहन
एटीओ गुरचरण सिंह संधू ने स्कूल वाहनों के ड्राइवरों को सख्त हिदायत दें कि बच्चों को स्कूल परिसर से ही उठाएं व घर में ही बच्चों को बस से उतारें। उन्होंने कहा कि स्कूल मालिक अच्छी कंडीशन वाली गाड़ियां ही खरीदें उनके द्वारा खरीदी गई गाड़ी का परमिट जारी करने में विभाग उन्हें पूरा सहयोग देगा। सेफ स्कूल वाहन कमेटी द्वारा भी स्कूलों में जाकर स्टाफ, ड्राईवरों व छात्रों को सेफ वाहन में सफर करने के लिए जागरुक किया जा रहा है।