आप का गढ़ ध्वस्त, सिमरनजीत बने संगरूर के मान
लोकसभा हलका संगरूर के उपचुनाव में कड़े मुकाबले के बीच आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमेल सिंह को करारी पटकनी देकर शिअद (अ) के प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने संगरूर सीट पर जीत का परचम फहराया है।
विनोद गुप्ता, धूरी (संगरूर)
लोकसभा हलका संगरूर के उपचुनाव में कड़े मुकाबले के बीच आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमेल सिंह को करारी पटकनी देकर शिअद (अ) के प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने संगरूर सीट पर जीत का परचम फहराया है। 23 वर्ष के बाद सिमरनजीत सिंह मान ने संगरूर सीट पर दोबारा संसदीय चुनाव जीतने में सफलता हासिल की है। बेशक उपचुनाव का बिगुल बजने के बाद मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा था, लेकिन उपचुनाव की मतगणना आरंभ होने पर शिअद (अ) के सिमरनजीत सिंह मान व आप के प्रत्याशी गुरमेल सिहं के बीच लगातार वोट की खींचातानी बनी रही।
शिअद (अ) के सिमरनजीत सिंह मान को दो लाख 53 हजार 154 वोट मिली, जबकि उनके विरोधी आप प्रत्याशी गुरमेल सिंह को दो लाख 47 हजार 332 वोट पर ही संतोष करना पड़ा। इस तरह सिमरनजीत सिंह मान ने 5822 वोट के अंतर से जीत हासिल कर ली।
जीत का एलान होने के बाद सिमरनजीत सिंह मान अपने संगरूर आवास से संत अतर सिंह मस्तुआना साहिब के गुरुघर पहुंचे व माथा टेका। यहां से विशाल काफिले के रूप में जीत का जश्न मनाते हुए समर्थकों के साथ सिमरनजीत सिंह मान मतगणना केंद्र पर पहुंचे, जहां जिला रिटर्निंग अफसर-कम-डिप्टी कमिश्नर जतेंद्र जोरवाल ने उन्हें लोकसभा हलका संगरूर से उपचुनाव जीत का सर्टिफिकेट भेंट किया।
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मेरी नहीं, नौजवानों की सोच की जीत हुई : मान सिमरनजीत सिंह मान ने जीत के उपरांत जहां संगरूर हलका निवासियों का धन्यवाद किया, वहीं इस जीत को नौजवानों की सोच की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि संगरूर के लोग हमेशा से मिसाल कायम करते रहे हैं और संगरूर के लोगों ने एक बार फिर बदलाव की मिसाल कायम की है। लोगों ने सबूत पेश किया है कि यहां कुछ भी स्थिर नहीं है। तीन माह पहले बदलाव का नारा लगाकर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने पंजाब को दिल्ली के हाथों बेच दिया है, जिसका लोगों ने उपचुनाव में आप को धूल चटाकर साबित कर दिया है कि पंजाब के लोग दिल्ली के आगे झुकने वाले नहीं।