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जान है तो जहान है, पैसा फिर कमा लेंगे; गांव-गांव सैनिटाइज कर रही युवाओं की 'फौज'

हेलीकॉप्टर कंपनी के एमडी अजयवीर सिंह लालपुरा ने 222 गांवों को सैनिटाइज करने का बीड़ा उठाया है। इस पर आने वाले करीब 25 लाख रुपये के खर्च को खुद वहन करेंगे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 09:53 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 09:53 AM (IST)
जान है तो जहान है, पैसा फिर कमा लेंगे; गांव-गांव सैनिटाइज कर रही युवाओं की 'फौज'
जान है तो जहान है, पैसा फिर कमा लेंगे; गांव-गांव सैनिटाइज कर रही युवाओं की 'फौज'

नूरपुरबेदी [हरपाल ढींडसा]। Coronavirus COVID_19 epidemic के खिलाफ जंग में नूरपुरबेदी ब्लॉक के दस युवाओं की 'फौज' भी तन, मन और धन से लगी है। ये क्षेत्र के 222 गावों को सैनिटाइज करने की मुहिम में लगे हुए हैं। अब तक करीब 100 गांवों को सैनिटाइज कर चुके हैं। इस फौज की कमान गांव लालपुरा के अजयवीर सिंह लालपुरा ने संभाली है। वह हेलीकाप्टर कंपनी ढिल्लों एविएशन के एमडी भी हैं।

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अजयवीर सिंह लालपुरा कहते हैं कि यह जमीन मेरी है, ये लोग मेरे हैं, ये गांव मेरे हैं, ये हलका मेरा है और ये देश मेरा है। जब सब कुछ हमारा है तो इसकी सुरक्षा भी हमें ही करनी है। जरूरी नहीं कि हर बात सरकार पर छोड़ दी जाए। जान है तो जहान है। पैसा फिर कमा लेंगे। हम तभी तक हैं, जब तक हमारे अपने साथ हैं। 'इंसानियत पहलां' संस्था के मुखिया कहते हैं कि 222 गांवों को सैनिटाइज करवाने में 20 से 25 लाख रुपये खर्च आएगा। यह खर्च वह खुद उठा रहे हैं। इस काम में चार ट्रैक्टर और दवाइयों का छिड़काव करने वाली चार मशीनें लगा रखी हैं। विश्व स्वास्थ्य संस्था द्वारा प्रमाणित दवा का स्प्रे ही किया जा रहा है, जो कोरोना वायरस को खत्म करने में समर्थ है।

अजयवीर सिंह ने बताया कि जो गांव कोरोना वायरस के केस आने के कारण सील किए गए हैं, उनको पहल के आधार पर सैनिटाइज किया जा रहा है। टीम के सदस्यों को पीपीई किट पहनाई गई है। टीम में शामिल युवक सुरिंदरपाल सेठी रूड़ेवाल, सतपाल कलमां, कुलजिंदर सिंह बूथगढ़, और वरिंदर विक्की साखपुर ने कहा कि वह समाजसेवा करके फख्र महसूस करते हैं।

पंचायतों और यूथ क्लबों का ले रहे सहयोग

संस्था ने जिला प्रशासन की मंजूरी से यह मुहिम शुरू की है। इसमें हर गांव में यूथ क्लबों और पंचायतों का सहयोग लिया जा रहा है। हर गांव में युवा बढ़-चढ़कर संस्था का साथ दे रहे हैं।

अब तक तीन हजार राशन किटें बांटीं

कोरोना महामारी के दौरान 'इंसानियत पहलां' संस्था अब तक तीन हजार राशन किटें भी जरूरतमंद लोगों को बांट चुकी है। पहले पड़ाव में संस्था ने हर गांव में पहुंचकर लोगों को राशन मुहैया करवाया। दूसरे चरण में गांवों को सैनिटाइज किया जा रहा है। तीसरे फेस में चरण में जिले के स्कूलों को पूरी तरह सैनिटाइज करने की योजना है।


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