तहसीलदार दफ्तर में मिली व्हीलचेयर की सुविधा
सरकारी दफ्तरों में आने वाले लोगों की परेशानी के लिए प्रशासन ने अभी कोई सक्रियता नहीं दिखाई है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: सरकारी दफ्तरों में आने वाले लोगों की परेशानी के लिए प्रशासन ने अभी कोई सक्रियता नहीं दिखाई है। हां, एसडीएम दफ्तर और तहसीलदार दफ्तर में लोगों को व्हीलचेयर मिलने लगी है। शुक्रवार को दैनिक जागरण टीम ने डिप्टी कमिश्नर दफ्तर और एसडीएम दफ्तर में दौरा किया और लोगों की परेशानी को नजदीक से देखा। वहीं मुद्दा ये है कि बुजुर्गों और दिव्यांगों की समस्या को संजीदगी से लेने में प्रशासन अभी तक गंभीर नहीं है। यही वजह है कि एसडीएम दफ्तर में दाखिल होने के लिए जो रैंप है, बेहद ऊंचा है। ऐसे में व्हील चेयर की सुविधा होने के बावजूद लोगों को कोई फायदा होने वाला नहीं है। इसी तरह डिप्टी कमिश्नर दफ्तर में सीढि़यां चढ़कर पहली और दूसरी मंजिल पर बने दफ्तरों में लोगों का आना जाना होता है। सिविल सचिवालय की इमारत के पिछली तरफ लोक संपर्क विभाग के दफ्तर के पास जो रैंप अधर में है, वो उसी हालात में है जो पहले था। रैंप का ढांचा तैयार हो चुका है। उसको फाइनल टच देने की जरूरत है। अब पेंच कहां है ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा। 32 लाख की लागत से भी तीन साल से ज्यादा समय बीतने के बाद रैंप तैयार नहीं हो पाना बड़ा मुद्दा है। मुश्किल से चढ़ा सीढि़यां: नामदेव डिप्टी कमिश्नर दफ्तर की सीढि़यां उतरकर बाहर आए गांव मक्कोवाल के पोलियोग्रस्त नामदेव ने बताया कि उसकी आयु 32 साल है। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी के दफ्तर में अपने साथियों के साथ आया था। किसी तरह सीढि़यां चढ़कर गया। यहां रैंप सहित व्हीलचेयर की सुविधा हो तो उसके जैसे दर्जनों लोगों को फायदा मिल सकता है। उन्होंने गांव की पंचायत द्वारा करवाए विकासकार्यों का हिसाब किताब की आरटीआइ डाली हुई है और एक माह बाद भी कोई जवाब नहीं मिला है। व्हीलचेयर मिलने से खुशी: बिक्कर सिंह नालागढ़ से आए दिव्यांग बिक्कर सिंह ने कहा कि उन्हें तहसीलदार दफ्तर में काम था और वहां उन्हें व्हीलचेयर मिल गई। उनके साथ आए मुखविदर सिंह ने उसे कार से व्हीलचेयर में लेकर गए और वापस लेकर आए। दफ्तर में और व्हील चेयर होनी चाहिए।
दावा अभी खोखला वहीं हाल ही में सहायक कमिश्नर (शिकायतें) इंद्रपाल ने सचिवालय में बनाए जा रहे रैंप का वर्तमान स्टेटस जानकर इसका निर्माण जल्द शुरू करने का दावा किया था, लेकिन अभी तक वहां कोई हरकत नहीं है।