कीरतपुर साहिब में गेहूं बेचते 2 ट्रक ड्राइवर काबू
एक नामचीन धार्मिक संस्था में मौजूद कुछ लोगों द्वारा निजी स्वार्थ के लिए गेहूं के लोड ट्रक कीरतपुर साहिब में बेचने के प्रयास का मामला सामने आया।
संवाद सूत्र, श्री कीरतपुर साहिब
एक नामचीन धार्मिक संस्था में मौजूद कुछ लोगों द्वारा निजी स्वार्थ के लिए गेहूं के लोड ट्रक कीरतपुर साहिब में बेचने के प्रयास का मामला सामने आया। जब इस संबंध में उक्त संस्था के मुख्य सेवादार महापुरुष के पास यह बात पहुंची तब उन्होंने तुरंत अपने सेवादार मौके पर भेज कर गेहूं के ट्रक अपने पास मंगवा लिए तथा इस मामले की जांच शुरू कर दी। सूचना मिली कि एक धार्मिक संस्था के दो ट्रक जिनमें करीबन 30-35 टन गेहूं की बोरियां भरी हुई हैं, के ड्राइवर गेहूं को गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब निकट श्मशान घाट को जाती ¨लक सड़क पर किसी अन्य ट्रक में लेबर द्वारा लोड करवा रहे हैं। एक हिमाचल नंबर ट्रक में गेहूं की बोरियां लोड हो रही थीं। पत्रकारों के मौके पर पहुंचने पर धार्मिक संस्था के ट्रक ड्राइवरों ने कहा कि हमें संस्था के एक व्यक्ति ने गेहूं यहां उतारने के लिए भेजा है। जब पत्रकारों ने मौके पर उस व्यक्ति से फोन से बात की तो उन्होंने इस बात से इनकार किया कि यह ट्रक हमारी संस्था के नहीं हैं।
उसके बाद मामला धार्मिक संस्था के हेड क्वार्टर पहुंचा। उन्होंने भी यह ट्रक भेजने से इंकार किया। घटना के बारे में पता चलते ही थाना कीरतपुर साहिब की पुलिस द्वारा गेहूं की खरीद करने वाले शहर के एक मशहूर लाले के पुत्र को अपने साथ ले गए। इसके बाद धार्मिक संस्था के हेडक्वार्टर से महापुरुषों द्वारा भेजे गए कई सेवादार थाना कीरतपुर साहिब में पहुंचे। उन्होंने बताया कि गेहूं बाहर से इकट्ठा होकर लंगर के लिए आती है। यह ट्रक हेड क्वार्टर जाने थे जब कि ड्राइवर अपनी मर्जी के साथ गेहूं के ट्रक कीरतपुर साहब बेचने के लिए आए। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा अनाज के ट्रक हमारी संस्था को भेजे जाते हैं। कुछ अनाज एक फैक्ट्री में भेजा जाता है, जहां से हमारी संस्था को मैदा तथा अन्य खाद्य पदार्थ आते हैं। अगर कोई पुराना अनाज या खराब अनाज हो जाए तो हमारे द्वारा उसको बेचा जाता है। ट्रक ड्राइवर कीरतपुर साहिब गेहूं किस तरह ले लाए, इसकी जांच पड़ताल करेंगे।