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धुंध से जनजीवन प्रभावित, न्यनूतम तापमान साढे़ तीन डिग्री

जिले में रविवार को भी घनी धुंध तथा कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 11:26 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 11:26 PM (IST)
धुंध से जनजीवन प्रभावित, न्यनूतम तापमान साढे़ तीन डिग्री
धुंध से जनजीवन प्रभावित, न्यनूतम तापमान साढे़ तीन डिग्री

संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिले में रविवार को भी घनी धुंध तथा कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। कोहरे व शीत लहर के कारण जहां ठंडक बढ़ गई है, वहीं तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है, जिसके चलते सड़कें व बाजार खाली देखे गए। रविवार को भी पूरा दिन घनी धुंध छाई रही, जिसके चलते वाहनों की संख्या काफी कम देखने को मिली। गहरी धुंध के कारण विजिबिलिटी तीन से चार मीटर रही, जिसके चलते वाहन चालक फाग लाइटों की सहायता से रेंगते हुए आगे बढ़े। वहीं तापमान की अगर बात करें तो आज दिन का अधिकतम तापमान 11 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं सुबह ऊना-रूपनगर-नई दिल्ली जन शताब्दी में सवारी बहुत कम देखी गई । नंगल से लेकर रूपनगर तक के लगभग सारे स्टेशनों के प्लेटफार्म भी खाली देखे गए।

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सड़कें व बाजार रहे सुनसान शीत लहर व घनी धुंध के कारण हाईवे व संपर्क सड़कों के साथ साथ शहर के बाजार सुनसान देखने को मिली। हालांकि 25 दिसंबर से लगातार छुट्टियां चल रही हैं, वाबजूद इसके ज्यादातर लोग घरों में दुबके रहे। बाजारों में केवल वही लोग निकले, जिन्हें बहुत जरूरी काम था। वहीं मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार सोमवार को भी बादल छाए रहने के साथ बारिश होने के आसार हैं। ठंड की चपेट में नंगल, धुंध में लिपटा शहर

सुभाष शर्मा, नंगल: उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड की वजह से यहां शिवालिक वादियों की गोद में स्थित नंगल क्षेत्र में सर्दी के मौसम में रविवार को धुंध पड़ने से ठंड बढ़ गई है। तड़के से ही सड़कों पर बिछी धुंध की चादर के कारण विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर तक रही। लोग ठंड से परेशान हैं और इससे बचने के लिए लोग टोपियां व ग्लबज का प्रयोग कर रहे हैं। धुंध के कारण रविवार सुबह नहरों के आसपास के इलाके सफेद चादर में लिपटे नजर आए। सड़कों पर भी आवाजाही कम दिखाई दी। दोपहर 12 बजे के बाद ही सूर्य देव के दर्शन हो सके। इसके बाद शाम पांच बजते ही दोबारा धुंध ने वादियों को अपनी आगोश में ले लिया है। निकटवर्ती हिमाचल के दुर्गम पहाड़ी इलाके में बढ़ी ठंड के कारण मैदानी इलाकों में तापमान का ग्राफ गिरना शुरू हो चुका है। सड़क मार्गो पर घनी धुंध छाए रहने से लोगों को अपने वाहनों की लाइटें जला कर ही आगे बढ़ना पड़ा। न्यूनतम तापमान भी गिरा

धुंध व ठंड के कारण क्षेत्र में रविवार को न्यूनतम तापमान में कमी आ गई है। एक सप्ताह पहले जहां अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस था, वह रविवार को छह डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार आज न्यूनतम व अधिकतम तापमान एक डिग्री सेल्शियस तक नीचे जा सकता है। बर्फबारी से भाखड़ा में घटी पानी की आवक वहीं हिमाचल में जारी बर्फबारी व कड़ाके की ठंड सेभाखड़ा बांध के जलस्तर में भी कमी आ गई है। बांध से आवक की तुलना में जरूरत को पूरा करने के लिए अधिक पानी छोड़ना पड़ रहा है। बीबीएमबी के नियंत्रण कक्ष के अनुसार रविवार प्रात: छह बजे दर्ज आंकड़ों के मुताबिक पानी की आवक 6356 क्यूसिक दर्ज की गई है। बांध से 18800 क्यूसिक पानी आगे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली की जरूरतों को पूरा करने के लिए छोड़ा गया है। बता दें कि इन प्रांतों की ओर से 24 घंटे के लिए पानी की मांग 13750 क्यूसिक की गई थी, लेकिन बिजली की अधिक मांग को पूरा करने के लिए बांध से पानी ज्यादा छोड़ा गया है। पावर प्लांटों के माध्यम से छोड़ गए पानी से बिजली का उत्पादन 178.09 लाख यूनिट किया गया।


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