आइसीएसई बोर्ड की परीक्षा में तमन्ना व अपूर्व ने चमकाया नाम
आईसीएसई बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा में माउंट कार्मल स्कूल जिंदबड़ी का परीक्षा फल शत प्रतिशत रहा है। परीक्षा देने वाले 112 छात्रों में सभी छात्र अच्छे अंक लेकर पास हुए हैं।
जागरण संवाददाता, नंगल : आईसीएसई बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षा में माउंट कार्मल स्कूल जिंदबड़ी का परीक्षा फल शत प्रतिशत रहा है। परीक्षा देने वाले 112 छात्रों में सभी छात्र अच्छे अंक लेकर पास हुए हैं। शानदार रहे परीक्षाफल में प्रथम आई छात्रा तमन्ना धीमान ने 98.4 प्रतिशत तथा दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले अपूर्व सरदाना ने 97.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इनके अलावा तीसरे स्थान पर रही छात्रा रूपाशी शर्मा, पायल शर्मा व एकादशी कौशल ने 97.4 प्रतिशत अंक लेकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। सभी छात्रों के पास होने को लेकर स्कूल में खुशी का वातावरण है।
उधर ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना ने अपने बेटे अपूर्व सरदाना की उपलब्धि पर खुशी का इजहार करते हुए अपने निवास पर शनिवार को अपूर्व के मेधावी दोस्तों को भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि स्कूल के फादर जैमस मन्नमपुरम की मेहनत के परिणाम स्वरूप ही स्कूल के परीक्षाफल का पिछले 15 साल का रिकॉर्ड टूटा है। यह सराहनीय है कि मात्र तीन वषरें की समय अवधि में ही फादर के नेतृत्व में अनुशासन में रहने के संस्कारों का संचार करके स्कूल में शिक्षा के लिए अनिवार्य बातावरण तैयार किया गया है। इस कारण ही छात्रों की शिक्षा के प्रति एकाग्रता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि यह सराहनीय है कि परीक्षा देने वाले सभी 112 छात्र पास हुए हैं। 47 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक तथा 50 छात्रों ने 80 से 90 प्रतिशत तथा 15 छात्रों ने 70 से 80 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।
आर्य समाज नंगल के वरिष्ठ सदस्य ऑस्करण दास सरदाना, वैद्य ईश्वर चंद्र सरदाना ने भी मौके पर मौजूद अन्य छात्रों रिदम उप्पल, शाश्वत शर्मा, दिलजोत सिंह व अमृत आदि का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि सभी अपने जीवन में लक्ष्यों की प्राप्ति करने के लिए लगातार एकाग्रता से शिक्षा हासिल करें तथा भारतीय संस्कृति के मूल्यों को अपनाकर अपने देश की तरक्की में योगदान दें।
---आईआईटी के क्षेत्र में नाम रोशन करना चाहता है अपूर्व---
फोटो 11 एनजीएल 05 में है।
आईसीएसई बोर्ड की दसवीं परीक्षा में 97.6 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले अपूर्व सरदाना सुपुत्र डॉ. अर्चना व वैद्य ईश्वर चंद्र सरदाना जीवन में आईआईटी क्षेत्र में जाकर इलाके का नाम रोशन करना चाहता है। अपूर्व ने बताया कि वे ज्यादा अंक लेने के मकसद से कुछ प्रश्नों को पढ़ने की बजाए पूरी पुस्तक को पढ़कर शिक्षा हासिल कर रहा है। वे चाहता है कि आईआईटी क्षेत्र में जाकर अपना कैरियर बनाए या फिर एक सफल वैज्ञानिक भी बने।