घनौली स्कूल को दिया स्मार्ट स्कूल का दर्जा केवल कागजों तक सीमित
पंजाब सरकार की ओर से सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल घनौली को स्मार्ट स्कूल का दर्जा दिया जा चुका है लेकिन यह दर्जा केवल कागजों तक ही सीमित रह गया लगता है।
संवाद सूत्र, घनौली : पंजाब सरकार की ओर से सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल घनौली को स्मार्ट स्कूल का दर्जा दिया जा चुका है लेकिन यह दर्जा केवल कागजों तक ही सीमित रह गया लगता है। जबकि इस स्कूल में लंबे समय से खेल अध्यापकों की कमी के साथ-साथ स्कूल के खेल मैदान की हालत भी खस्ता हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार किसी समय इस स्कूल के खेल मैदान में प्रेक्टिस कर चोटी के खिलाड़ी पैदा हुआ करते थे। इस मैदान पर खेलने वाली फुटबॉल टीमों की क्षेत्र में डंका बजता था, लेकिन इस स्कूल में तैनात डीपीई की प्रमोशन होने के बाद उनके स्थान पर नया डीपीई स्कूल को नसीब नहीं हुआ है। डीपीई का पद खाली होने के कारण स्कूल के खेल मैदान की हालत काफी खस्ता हो चुकी है तथा खेल मैदान में हलकी बारिश पड़ने के साथ ही यह खेलने के लायक नहीं रहता। खेल मैदान की स्थिति ठीक न होने के कारण स्कूल को प्राप्त हुआ खेल ¨वग भी थोड़े समय के बाद ही यहां से तबदील हो गया है तथा जोन स्तरीय स्कूल खेल मुकाबलों के लिए भी अध्यापकों को अन्य परिवर्तन करने पड़ते हैं। इसके अलावा स्कूल के कमरों के पीछे भी बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी हुई हैं तथा कमरों की जालियां तक टूट चुकी हैं। गांव तथा क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि स्कूल को स्मार्ट बनाने के लिए प्राथमिक सुविधाओं का भी प्रबंध किया जाए।
उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाएंगे: जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी
इस संबंधी जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) हिम्मत ¨सह हुंदल के साथ संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाकर जरूरी कमियों को पूरा करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने क्षेत्र के समाज सेवी लोगों से भी अपील की है कि वे स्कूल के खेल मैदान को खेलने लायक बनाने के लिए अपना सहयोग दें।