ड्राइक्लीन की दुकान पर काम करने वाले की बेटी जिले में टॉपर
रूपनगर इस बार दसवीं के परीक्षा परिणाम ने जिलावासियों अचंभित कर दिया। देहात के स्कूल की छात्रा प्रदेश की मेरिट लिस्ट में 13वें व जिले में पहला स्थान हासिल करने में कामयाब रही है। सिमरनजीत कौर ने मेरिट 650 अंकों में से 633 अंक (97.85 फीसद) हासिल करके ये साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अभी भी मजबूत स्थिति में है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
इस बार दसवीं के परीक्षा परिणाम ने जिलावासियों अचंभित कर दिया। देहात के स्कूल की छात्रा प्रदेश की मेरिट लिस्ट में 13वें व जिले में पहला स्थान हासिल करने में कामयाब रही है। सिमरनजीत कौर ने मेरिट 650 अंकों में से 633 अंक (97.85 फीसद) हासिल करके ये साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अभी भी मजबूत स्थिति में है। सिमरनजीत कौर के पिता हरबंस सिंह ड्राइक्लीन की दुकान पर काम करते हैं। पिता हरबंस सिंह खुद तो ज्यादा पढ़ लिख नहीं सके, लेकिन अपनी बेटी सिमरन को उसकी मर्जी के मुताबिक पढ़ाई करवाकर उसके सपने पूरा करना चाहते हैं। हरबंस सिंह बताते हैं कि वो खुद प्लस टू है और उसकी पत्नी पत्नी हाउसवाइफ है। पिता हरबंस ने बताया कि आगे नान मेडिकल सबजेक्ट रखना चाहती है। वो बेटी के साथ हैं वो चाहेगी उसे करवाएंगे। उनका बेटा अर्शदीप सिंह बाहरवीं क्लास में खालसा स्कूल रूपनगर में पढ़ रहा है। वो पढ़ाई में सामान्य है। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। सिमरनजीत कौर ने कहा कि वह इंजीनियर बनना चाहती है। उसने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई को लेकर जो लोगों में बुरी धारणाएं हैं, वो असलित में गलत हैं। सरकारी स्कूलों में अच्छे अध्यापक हैं और वो गंभीरता से पढ़ाते हैं। सक्सेस मंत्रा
सिमरनजीत कौर दिन में आठ घंटे पढ़ाई करती थी। उसने कभी ट्यूशन का सहारा नहीं लिया। इसके अलावा कुछ पल मा के साथ भी का में हाथ बंटाती थी
बेटी पर गर्व है पिता को िफोटो कैप्शन
53 सिमरनजीत कौर।
54 पिता हरबंस सिंह और पत्नी परमजीत कौर।
अजय
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