पर्यावरण संरक्षण के लिए लगाएं त्रिवेणी
बाबा प्यारा सिंह जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए त्रिवेणी रोपित करना सबसे कारगर है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर के अंतर्गत पड़ते सर्व धर्म सत्कार तीर्थ धमाना कलां में पशु धन की सेवा करने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर जारी अभियान के तहत अब लगाए जा चुके पौधों की संभाल करने का क्रम शुरू हो गया है। इस तीर्थ में पहुंचने वाली संगत को बाबा प्यारा सिंह अधिक से अधिक पौधे लगाने के साथ पौधों की संभाल करने के अलावा गऊ-गरीब व जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। शनिवार को हुए सत्संग के दौरान बाबा प्यारा सिंह जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए त्रिवेणी रोपित करना सबसे कारगर है। उन्होंने संगत को ज्यादा से ज्यादा त्रिवेणी (नीम, बड़ व पीपल) लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इनके अलावा आम, किकर, आंवला व कचनार के पौधे लगाने भी श्रेष्ठ हैं, क्योंकि उक्त पौधे जब वृक्ष का रूप लेते हैं, तो धरा को प्रदूषण मुक्त बना देते हैं। इन पौधों एवं वृक्षों का जीवन काफी लंबा होता है। बाबा जी ने कहा पौधा लगाने के बाद अगर उसका पालन नहीं किया गया, तो यह भी पाप करने के बराबर है। गाय-गरीब व बुजुर्गों की सेवा का दिया संदेश सत्संग के दौरान बाबा ने संगत को गाय, गरीब व बुजुर्गों की सेवा का संदेश देते हुए कहा कि जो मनुष्य इनकी सेवा नहीं करता या इन्हें प्रताड़ित करता है, उसे कभी सुख की प्राप्ति संभव नहीं होती। बाबा जी ने कहा कि गाय व गरीब तो बेजुबान होते हैं, जबकि बुजुर्ग हर किसी के लिए मार्गदर्शक होते हैं, इसलिए इनका रुतबा सबसे महान समझा जाना चाहिए। आयोजन के बाद मौके पर हाजिर संगत ने बाबा प्यारा सिंह के मार्गदर्शन में जंगल में जाकर पशु व पक्षियों को विशेष रूप से तैयार करवाया गया अनाज व चारा डाला ।