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सुबह-शाम किया श्रमदान, जेब खर्च से संवारा सरहिद नहर घाट

शहर की सुंदरता खासकर सरहिद नहर के किनारों को सुंदर बनाने के लिए प्रशासन ने अनगिनत प्रयास किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 10:39 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 10:39 PM (IST)
सुबह-शाम किया श्रमदान, जेब खर्च से संवारा सरहिद नहर घाट

जागरण संवाददाता, रूपनगर: शहर की सुंदरता खासकर सरहिद नहर के किनारों को सुंदर बनाने के लिए प्रशासन ने अनगिनत प्रयास किए हैं, लेकिन ये प्रयास फलीभूत नहीं हो पाए। पर ये कारनामा कर दिखाया है दूसरे राज्यों से आकर रूपनगर में रह रहे परिवारों के युवाओं ने। ये युवा न सिर्फ प्रशासन, नगर कौंसिल प्रबंधन खासकर शहर के उन समाजसेवी संस्थाओं के लिए एक मिसाल पेश कर रहे हैं, जो दर्जनों बार सरहिद नहर के किनारे को सुंदर बनाने का संकल्प तो ले चुके हैं, लेकिन कारगर प्रयास आज तक सफल नहीं हो पाए। ये परिवार रोजगार के लिए अपने राज्यों से आकर रूपनगर में रह रहे हैं और हर साल छठ पूजा श्रद्धा के साथ करते हैं। उन परिवारों के युवाओं ने पिछले 18-19 दिन से सरहिद नहर के किनारे को साफ करने का बीड़ा उठाया हुआ था। ये युवा न सिर्फ रोजाना सुबह शाम श्रमदान कर रहे थे, बल्कि अपनी जेब से खर्च भी कर रहे हैं। अब जरूरत है कि सरहिद नहर के घाट की सफाई व्यवस्था को चालू रखा जाए। इसके लिए नगर कौंसिल को गंभीर प्रयास करने होंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो ये युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिसकी वर्तमान समय में अहम जरूरत है। बता दें कि पिछले 12 सालों से जिला प्रशासन भी सरहिद नहर के किनारे को सुंदर बनाने के प्रोजेक्ट समय समय पर चलाने का प्रयास करता रहा है, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिल पाई। प्रशासन ने इस अहम काम के लिए समाजसेवी संस्थाओं को साथ लेते हुए सिटी ब्यूटीफिकेशन कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने पहला काम सरहिद नहर के बाई ओ के किनारे को अलग- अलग संस्थाओं को देकर किनारे की साफ सफाई और सुंदर पेड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया था। एक बार तो पौधारोपण हो भी गया, लेकिन देखरेख के अभाव में सब बंटाधार हो गया। एक बार पौधे लगाने के बाद दोबारा किसी ने उनकी सार लेना गंवारा नहीं समझा। 13 अक्टूबर से छेड़ा था सफाई अभियान सरहिद नहर के किनारों की सफाई करने वाले युवाओं में शामिल हरिदर दुबे ने बताया कि वह छठ पूजा को लेकर 13 अक्टूबर से सफाई के अभियान के लिए जुटे थे। सफाई अभियान में उनके साथ बाबू लाल, सन्नी गुप्ता, मुकेश गुप्ता, सोनू रावत, बलराम साहनी, बाली ठाकुर, मनीष ठाकुर, चंदन, राजीव पासवान, सूरज, अंकित ठाकुर, अरुण दुबे, साजन ठाकुर व चमेली आदि युवाओं ने साथ दिया। उन्होंने बताया कि सरहिद नहर के किनारे हर साल छठ पूजा के मद्देनजर उनके द्वारा सरहिद नहर के किनारे सफाई अभियान चलाया जाता है। इस बार ज्यादा जोर लगाकर अभियान चलाया गया। सरहिद नहर के किनारे उगी झाड़ियों, कूड़ा कर्कट उन्होंने हटा दिया है। घाट के दोनों तरफ 50-50 मीटर तक सफाई कर दी गई है। सीमेंट से बनाई दस सीढि़यां खास बात ये है कि सरहिद नहर को उतरने वाले घाट में करीब 10 सीढि़यां भी इन युवाओं ने सीमेंट व ईंटों के साथ बना दी हैं। युवाओं ने कहा कि अगर प्रशासन और नगर कौंसिल उन्हें सहयोग दे, तो सरहिद नहर मार्ग से लेकर नीचे हर तक घाट के रास्ते में सीढि़यां बना दें, ताकि लोगों को सरहिद नहर के किनारे तक आने- जाने में परेशानी न हो।

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