दिव्यांगों को रण के लिए तैयार कर रहे वीर
अढ़ाई साल की उम्र में गलत इंजेक्शन लगने से दिव्यांग हुआ वीर ¨सह संधू गजब का आत्मविश्वास लिए उन दिव्यांगों के लिए संजीवनी बना रहा है जो खुद घर से बाहर निकलना भी गंवारा नहीं समझते। व्हील चेयर स्पोटर्स सोसाइटी पंजाब (चंडीगढ़) के वाइस प्रेजीडेंट वीर ¨सह संधू शारीरिक कमी से जूझ रहे युवाओं को आत्मसम्मान की घुट्टी पिला रहा है। उनमें जोश कूट कूट कर भर रहा है। रूपनगर में पंजाब की व्हील चेयर क्रिकेट टीम के ट्रायल के लिए आया वीर ¨सह संधू दैनिक जागरण से रूबरू हुआ।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर :
अढ़ाई साल की उम्र में गलत इंजेक्शन लगने से दिव्यांग हुआ वीर ¨सह संधू गजब का आत्मविश्वास लिए उन दिव्यांगों के लिए संजीवनी बना रहा है। एक समय खुद घर से बाहर निकलना भी गंवारा नहीं समझते। व्हील चेयर स्पोर्ट्स सोसायटी पंजाब (चंडीगढ़) के वाइस प्रेसीडेंट वीर ¨सह संधू शारीरिक कमी से जूझ रहे युवाओं को आत्मसम्मान की घुट्टी पिला रहा है। उनमें जोश कूट कूट कर भर रहा है। रूपनगर में पंजाब की व्हील चेयर क्रिकेट टीम के ट्रायल के लिए आया वीर ¨सह संधू दैनिक जागरण से रू-ब-रू हुआ। संधू ने कहा कि वो चाहता है कि जब दिव्यांग अन्य खेलों में प्राप्तियां कर रहे हैं तो क्रिकेट में क्यों नहीं, रग्बी में क्यों नहीं, बास्केटबाल बाल में क्यों नहीं। वो इसी उद्देश्य को लेकर जुटा हुआ है।
संधू ने बताया कि वह बंगलादेश, मलेशिया, दुबई में क्रिकेट में व्हील चेयर क्रिकेट इंडिया की तरफ से खेलते चुके हैं तथा आज तक खेले नौ मुकाबलों में से सात में विजयी रहे हैं तथा दो मुकाबले मौसम की खराबी के कारण ड्रा हो गए थे। वो कभी मुकाबला हारे नहीं। संधू मूलरूप से मोगा के गांव परोजवाला वाडा का है। लेकिन इस समय चंडीगढ़ के सेक्टर 21 ए में रहकर व्हील चेयर स्पोर्ट्स सोसायटी पंजाब को मजबूत करने में जुटा है। उसका उद्देश्य है कि दिव्यांग जो समाज के सहानुभूति वाले वर्ग में शामिल है, को समाज में सम्मानजनक वर्ग में शामिल किया जाए। उन पर लोग गर्व करे। मेडिकल में बारहवीं पास एवं कंप्यूटर कोर्स करने वाला वीर ¨सह संधू ने बताया कि दिव्यांग के कारण घर से ही नहीं निकलते। अगर वो खेलों की तरफ प्रोत्साहित होंगे तो उनका न सिर्फ भविष्य संवर जाएगा बल्कि उन्हें बेकार बैठने की बजाय राज्य व देश का नाम रोशन करने का मौका मिलेगा।
पहला लक्ष्य छत्तीसगढ़ के रायपुर में होने वाला कंपीटीशन
वीर ¨सह संधू ने बताया कि उसका पहला लक्ष्य छत्तीसगढ़ में होने वाली व्हील चेयर क्रिकेट चैंपियनशिप है। वहां के सीएम ने इसके लिए 15 लाख या इससे ज्यादा का पुरस्कार घोषित किया है। अभी इसकी तारीख घोषित होनी है तथा वो इसके लिए पंजाब की व्हील चेयर क्रिकेट टीम गठित करने के लिए ट्रायल कर रहे हैं। वो खिलाड़ियों को अपनी तरफ से स्पोर्ट्स व्हील चेयर भी दे रहा है। उन्हें 11 स्पोटर्स व्हील चेयर उन्हें गुरु साहिब चेरीटेबल सोसाटी खोसा पांडू जिला मोगा की तरफ से मुहैया करवाई गई हैं। इनकी कीमत तीन लाख 70 हजार रुपए है। वो छह खिलाड़ियों का चयन कर चुके हैं तथा खिलाड़ियों के मिल रहे उत्साह को देखते हुए वो अब पंजाब की दो टीमें ए और बी का गठन करना चाहते हैं। अगर वो ये चैंपियनशिप जीतते हैं तो उन्हें किसी से आर्थिक सहायता मांगने की जरूरत नहीं होगी। उनका दूसरा लक्ष्य एशिया कप है। जिसमें इंडिया, बंगलादेश , अफगानिस्तान तथा नेपाल आदि देश भाग लेते हैं।
हम अब खुद अपनी मदद के लिए आए आगे
संधू ने कहा कि अभी तक तो उन्हें ऐसे संस्थान ही मिले हैं जिन्होंने उनका निजी फायदा ही लिया। लेकिन दिव्यांगों के लिए कुछ नही किया। अब वो खुद अपनी सोसाइटी बनाकर आगे आए हैं तथा दिव्यांगों को आगे लाने में एकजुट हुए हैं। उन्हें व्हील चेयर क्रिकेट इंडिया के स्क्वार्डन लीडर अभय प्रताप तथा प्रदीप राय का भी साथ मिल रहा है।