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एसएसए रमसा अध्यापकों ने वेतन कटौती के विरोध में फूंकी सरकार की अर्थी

रूपनगर : पंजाब सरकार द्वारा 8886 अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रेगुलर करने का फैसले के बाद मौजूदा 42800 रुपए वेतन से घटा कर 15000 प्रति महीना कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Oct 2018 10:30 PM (IST)Updated: Wed, 03 Oct 2018 10:30 PM (IST)
एसएसए रमसा अध्यापकों ने वेतन कटौती के विरोध में फूंकी सरकार की अर्थी

जागरण संवाददाता, रूपनगर

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पंजाब सरकार द्वारा 8886 अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रेगुलर करने का फैसले के बाद मौजूदा 42800 रुपए वेतन से घटा कर 15000 प्रति महीना कर दिया गया है। यह समूह शिक्षा विभाग के लिए काला दिन है। वेतन कटौती के फैसले के खिलाफ सांझा अध्यापक मोर्चा द्वारा आज महाराजा रणजीत ¨सह बाग में पंजाब सरकार की अर्थी फूंकी गई तथा रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अध्यापक नेता गुर¨बदर ¨सह ससकौर ने कहा कि पंजाब सरकार ने एसएसए रमसा आदर्श माडल स्कूलों में काम करते इन अध्यापकों को आत्महत्याएं करने के लिए मजबूर किया है। इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। क्योंकि इन अध्यापकों ने बैंक लोन लिए हुए हैं तथा परिवारों का खर्चा भी है। बच्चों की पढ़ाई का खर्चा है, बिजली के बिल आदि खर्चे है। महंगाई के इस दौर में लगभग 27800 वेतन कटने के बाद गुजारा मुश्किल है। अध्यापक नेताओं का कहना है कि वह इस फैसले की विरोध करते हैं। पंजाब सरकार को इन को मिलता मौजूदा वेतन पर कटौती नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सांझा मोर्चा द्वारा 7 अक्तूबर से पटियाला में पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। इस मौके राज्य कनवीनर सुख¨वदर ¨सह चाहल जीटीयू ने भी संबोधन किया। इस अवसर पर गुर¨बदर ¨सह ससकौर, द¨वदर चनौली, कुलदीप ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, श¨मदर ¨सह, अमरदीप ¨सह संधू, शिव कुमार, जगजीत ¨सह, अर्पन कुमार, बल¨जदर ¨सह शांतपुरी, र¨वदर ¨सह रवि, नवनीत कुमार आदि अध्यापक मौजूद थे।


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