आइआइटी रूपनगर ने देश भर में पाया 21वां स्थान
रूपनगर में स्थित आइआइटी ने अपने मिशन पर चलते हुए आज देश भर में अपनी अलग पहचान बना ली है जबकि आज क्यूएस द्वारा देश में सबसे उत्तम जिन 75 संस्थानों का एलान किया गया है उनमें आइआइटी रूपनगर को 21 वां स्थान हासिल हुआ है जबकि खोज गुणवत्ता के क्षेत्र में आइआइटी रूपनगर ने सबसे अधिक अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान हासिल करने का गौरव हासिल किया है। यही नहीं, संस्थान ने अकादमिक प्रतिष्ठा व रोजगार उपलब्ध करवाने में क्रमवार
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर में स्थित आइआइटी ने अपने मिशन पर चलते हुए आज देश भर में अपनी अलग पहचान बना ली है । रविवार को क्यूएस द्वारा देश में सबसे उत्तम जिन 75 संस्थानों का एलान किया गया है उनमें आइआइटी रूपनगर को 21वां स्थान हासिल हुआ है। खोज गुणवत्ता के क्षेत्र में आइआइटी रूपनगर ने सबसे अधिक अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान हासिल करने का गौरव हासिल किया है। यही नहीं, संस्थान ने अकादमिक प्रतिष्ठा व रोजगार उपलब्ध करवाने में क्रमवार 86 व 79 फीसदी दर हासिल की है। ब्रिक्स देशों की सूची में 107 वां स्थान
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सरित के दास ने बताया कि उक्त उपलब्धि पूरे संस्थान के लिए बड़े गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि नया संस्थान होने के बावजूद आइआइटी रूपनगर ने ब्रिक्स देशों के 400 विश्व विद्यालयों की सूची में 107 वां स्थान हासिल कर लिया है। इसका पूरा श्रेय संस्थान में निरंतर चल रहे खोज प्रोजेक्टों को जाता है। हमें इस बात का भी गर्व है कि मात्र दस साल पुराना संस्थान होने के बावजूद हमने देश भर के पुराने संस्थानों को पछाड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है तथा पहली बार क्यूएस रैं¨कग सूची में प्रवेश पाया है। उन्होंने कहा कि लगातार खोज प्रोजेक्टों को कामयाबी से चलता रखना ही आईआईटी रूपनगर की असली ताकत है जोकि संस्थान के फैकल्टी मेंबरों व अन्य स्टाफ सहित होनहार विद्यार्थियों से ही मिलती है। अपने संचालन को स्थाई कैंपस में लाकर दस साल का जश्न मना रहे हैं वहीं इस उपलब्धि ने हमारे जश्न को चार चांद लगा दिए हैं जिसके लिए पूरा संस्थान बधाई का पात्र है।