कामरेड रघुनाथ के पास बैंक में पांच हजार, कोई वाहन नहीं
लोकसभा क्षेत्र आनंदपुर साहिब से पहला नामांकन पत्र सीपीआइएम के उम्मीदवार कामरेड रघुनाथ सिंह ने भरा है। रघुनाथ सिंह ने रोड शो के साथ जिला चुनाव अधिकारी कम डीसी डॉ.सुमीत जारंगल के दफ्तर पहुंचे। कामरेड रघुनाथ सिंह ने 199
जागरण संवाददाता, रूपनगर : लोकसभा क्षेत्र आनंदपुर साहिब से पहला नामांकन पत्र सीपीआइएम के उम्मीदवार कामरेड रघुनाथ सिंह ने भरा है। रघुनाथ सिंह ने रोड शो के साथ जिला चुनाव अधिकारी कम डीसी डॉ. सुमीत जारंगल के दफ्तर पहुंचे। कामरेड रघुनाथ सिंह ने 1998 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। तब उन्हें 34,657 वोट मिले थे जोकि कुल वोट फीसद का 5.87 फीसद थे। कामरेड के नामांकन पत्र भरने के समय दिए चल अचल संपत्ति के शपथपत्र में खास बात ये है कि नकदी के मामले में कामरेड से ज्यादा उनकी धर्मपत्नी अमीर हैं। कामरेड रघुनाथ ने अपना रिहायशी का पता बाबा करम सिंह चीमा भवन सेक्टर 30 चंडीगढ़ बताया है। रघुनाथ सिंह की पत्नी रजिदर कौर के पास नकदी 15 हजार रुपये है। बैंक में कामरेड रघुनाथ सिंह के पास 5 हजार रुपये जमा हैं। रघुनाथ सिंह के पास अपना कोई वाहन नहीं है। कामरेड ने खुद को समाजसेवक बताया है और आमदनी का साधन जमीन को बताया है। जबकि पत्नी रजिदर कौर रिटायर्ड प्रिसिपल हैं और उन्हें पेंशन मिलती है। रजिदर कौर के पास 20 ग्राम सोने के आभूषण हैं जिनकी कीमत 64 हजार रुपये है।
20 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है कामरेड के पास
1979 में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से बीए कामरेड रघुनाथ सिंह के पास कुल 20 लाख की चल अचल संपत्ति है। जिसमें 820 वर्ग फुट का मकान जिसकी कीमत 2 लाख रुपये है। इसके अलावा खेती योग्य जमीन 5 कनाल (पांच लाख कीमत), न खेती योग्य जमीन अढ़ाई एकड़ (13 लाख कीमत) है। जबकि पत्नी के पास एक 1320 वर्ग फुट का प्लाट है। जिसकी कीमत साढ़े छह लाख रुपये है। एकमात्र एजेंडा भाजपा व सहयोगियों को हराना : रघुनाथ
नामांकन दाखिल करने से पहले रोड शो के दौरान कामरेड रघुनाथ सिंह ने कहा कि उनका मुख्य मकसद सीपीआइ (एम) की शक्ति को बढ़ाना है और भाजपा और उसके सहयोगी दलों को हराना है। उन्होंने कहा कि सीपीआइ (एम) देश के संविधान के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा की प्रतिज्ञा करती है। इस मौके पर कामरेड लैंबर सिंह तोगड़, भूपचंद चन्नो, बलवीर जाडला, गुरचेत सिंह बासी, मेजर सिंह भिखीविड, कुलविदर सिंह उडत, गुरदर्शन सिंह ख्वासपुरा, चंद्र शेखर, दर्शन मट्टू, महा सिंह रोड़ी, सुरजीत सिंह ढेर, कुलदीप सिंह मोहाली, प्रेम सिंह रकड़ व कामरेड गुरदेव सिंह बागी ने संबोधित किया।