पांच को अंगदान करने वाली अर्पिता का मनाया जन्मदिन
शामपुरा क्षेत्र में स्थित पंजाब बधिर विद्यालय में मर कर भी अमर होने वाली बच्ची अर्पिता का जन्मदिन विद्यालय के स्टाफ सहित बच्चों तथा बच्ची के परिवार वालों ने श्रद्धा के साथ मनाया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: शामपुरा क्षेत्र में स्थित पंजाब बधिर विद्यालय में मर कर भी अमर होने वाली बच्ची अर्पिता का जन्मदिन विद्यालय के स्टाफ सहित बच्चों तथा बच्ची के परिवार वालों ने श्रद्धा के साथ मनाया गया। पांच अनजान लोगों को नया जीवन देने वाली स्वर्गीय अर्पिता का मात्र सात वर्ष की आयु में वर्ष 2009 के दौरान निधन हो गया था। डा. मीनू सुखमन जोकि वर्तमान में सीनियर सेकेंडरी स्कूल बेला में लेक्चरर हैं, के अनुसार सात साल पहले जब उनकी मासूम बच्ची मौत के समक्ष हार गई थी, तो उन्होंने उसी वक्त फैसला लिया कि उनकी बच्ची चाहे अब शारीरिक रूप से इस धरती पर न रहे, लेकिन वो अपनी बच्ची को हमेशा जिदा रखेंगी जिसके लिए उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ के माध्यम से जरूरतमंदों को अपनी बच्ची के अंग दान करने का बड़ा फैसला लिया। उन्होंने सजल नेत्रों से बताया कि पीजीआई की सहमति मिलते ही उन्होंने अपनी बच्ची की आंखें, दोनों किडनी (गुर्दे) तथा जिगर (लीवर) दान कर दिया जिससे ऐसे पांच व्यक्तियों को नया जीवन मिल गया । आयोजित प्रोग्राम के दौरान स्कूल के दो छोटे बच्चों मोहित कुमार तथा वंशदीप सिंह द्वारा केक काटा गया जिसके बाद बच्चों सहित स्टाफ में रिफ्रेशमेंट बांटी गई। अर्पिता की मां डा. मीनू सुखमन ने स्कूल स्टाफ व बच्चों के साथ अपनी बच्ची की यादें ताजा करते काफी समय बिताया।