सुप्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम ने देखा विरासत-ए-खालसा
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब पंजाब व बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम रविवार को आनंदपुर
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब
पंजाब व बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम रविवार को आनंदपुर साहिब में सिख पंथ की शान व आठवें अजूबे के रूप में विख्यात विरासत-ए-खालसा देखने विशेष रूप से पहूंचे।
उन्होंने कहा कि पंजाब के अमीर विरसे को प्रभावी रूप से पेश करने व संभालने वाला विरासत-ए-खालसा वास्तव में विश्व का आठवां अजूबा ही है। उन्होंने कहा कि इस अजूबे को देखने के बाद वे खुद से सवाल कर रहे हैं के वे यहां पहले क्यों नहीं आए। उन्होंने कहा कि जिस निपुणता एवं कला के साथ पंजाब के 500 वर्षों के अमीर विरसे को विरासत-ए-खालसा में दिखाया गया है तथा फिल्माया गया है उससे निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि विरासत-ए-खालसा की 27 गैलरियों के भीतर जिस प्रकार से तस्वीरों, पें¨टग्स, फिल्मों, गीतों को दर्शाते हुए सिख इतिहास का सुमेल किया गया है वो अन्य किसी भी जगह देखने को नहीं मिलता। सलीम ने कहा कि वह विश्व के कई देशों में गए हैं, लेकिन सिख इतिहास के अमीर विरसे को इससे बेहतर तरीके से कहीं भी पेश नहीं किया गया। उन्होंने इसके लिए पंजाब सरकार को बधाई देते हुए कहा कि जिस लगन से इसका निर्माण किया गया है उसी लगन के साथ आज इसकी संभाल भी की जा रही है, जिसके लिए पंजाब सरकार व यहां का स्टाफ बधाई का पात्र है। उन्होंने प्रबंधकों का आभार जताते हुए पंजाब की इस अमीर विरासत की उन्नति के लिए अरदास भी की। इसके उपरांत उन्होंने गुरुद्वारा तख्त श्री केसगढ़ साहिब में माथा टेका तथा वहां कुछ वक्त बैठकर शबद कीर्तन का आनंद भी लिया।