किसी का बुरा करने से कमाया आ पुण्य हो जाता खत्म
अगर सुख का सही आनंद लेना है तथा दुख दौरान दुखी नहीं होना तो हर स्थित में प्रभु का सिमरन करें।
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संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर के अंतर्गत पड़ते सर्व धर्म सत्कार तीर्थ धमाना कलां में पूर्वजों की याद में जारी सत्संग में बड़ी संख्या में संगत जहां बाबा प्यारा सिंह जी के प्रवचन सुन रही है, वहीं बाबा जी के मार्गदर्शन में संगत जंगलों में जाक बेजुबान पशु पक्षियों को चारा व अनाज भी डाल रही है। रविवार को सत्संग में बाबा जी ने कहा कि धरती पर जन्म लेने वाले हर मनुष्य का जीवन दुख व सुख के साथ जुड़ा हुआ है। जो मनुष्य इस सत्य को नहीं मानते वे दुख तो दुखी होकर झेलते हैं, लेकिन सुख आने पर उसका सही आनंद भी नहीं ले पाते। उन्होंने कहा कि अगर सुख का सही आनंद लेना है तथा दुख दौरान दुखी नहीं होना, तो हर स्थित में प्रभु का सिमरन करें। बाबा जी ने कहा कि किसी का बुरा मत करो क्योंकि बुराई करने से कमाया हुआ पुण्य समाप्त हो जाता है। बाबा जी ने गऊ-गरीब की सेवा करने के साथ साथ हर धर्म, ग्रंथ, जाति तथा वर्ग का सम्मान करते रहने के लिए भी संगत को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि दुख का कारण केवल यही है कि हम अपने पूर्वजों की संस्कृति व सिद्धांतों को भूल चुके हैं, जो संस्कृति हमें माता-पिता व गुरु का सत्कार करने की शिक्षा देती थी , उसे आज का वर्ग भूलता जा रहा है। बाबा जी ने कहा कि सिद्धांतों व संस्कृति को भूलना ही कलयुग है तथा इस कलयुग से मुक्ति पाने के लिए हर किसी को अपने पूर्वजों की संस्कृति व सिद्धांतों को अपनाना होगा। इस मौके बड़ी संख्या में पहुंची संगत ने बाबा जी के द्वारा बनवाए गए श्री शनिदेव मंदिर सहित श्री दुर्गा मंदिर, श्री विष्णु मंदिर, श्री वरुण देव मंदिर, श्री सूर्य देव मंदिर, श्री शेषनाग मंदिर, श्री मस्त बाबा मंदिर तथा इतिहासगढ़ साहिब में अखंड ज्योति के दर्शन करते हुए सुख की कामना की। इस मौके लंगर भी लगाया गया।