महिला सशक्तिकरण के लिए दें सहयोग
मातृशक्ति के सशक्त बनने से ही समाज को संस्कारवान बनाया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, नंगल
लोक कल्याण के मकसद से शहर के प्रीत नगर में आयोजित भागवत कथा के तीसरे दिन बुधवार को प्राणी मात्र का अध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए हिमाचल के अलसु गाव से पधारे संजय शास्त्री ने कहा कि हम सभी को महिला सशक्तिकरण के प्रति गंभीरता से सहयोग देना चाहिए। मातृशक्ति के सशक्त बनने से ही समाज को संस्कारवान बनाया जा सकता है। मां की शिक्षाओं व प्रेरणाओं को जीवन का सही मार्गदर्शन बताते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे का सबसे पहला गुरु उसकी मां ही होती है। मां ही बच्चे के जन्म से लेकर उम्रभर समय-समय पर गहरी चिंता मन में लिए हर वक्त गंभीर रहती है। मां की पूजा ही भगवान की पूजा है। पूज्य श्री ने कहा कि हर बच्चा सबसे ज्यादा प्यार अपनी मां से ही करता है, इसलिए मां ही एक ऐसी मार्गदर्शक है, जिससे हर प्राणी अच्छे संस्कार सीख कर राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दे सकता है। इसलिए जरूरी है कि नारी शक्ति को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे प्रयास किए जाएं, जिससे नारी शक्ति मानवता का संपूर्ण विकास करने में और ज्यादा सहयोग दे सके। आदर्श बाल विद्यालय के निकट 10 नवंबर तक चलने वाले कार्यक्रम में समाज सेवक राकेश बाली, सुरेंद्र शर्मा, पं. अनिल शास्त्री, अमित कौशल, विजय कुमार ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के समापन पर पूजा अर्चना करके अटूट लंगर लगाया जाएगा। कार्यक्रम में आयोजन समिति के प्रतिनिधि व प्रीत नगर के पं. रतन चंद, योगाचार्य आरएस राणा, बांका, दवेंद्र भल्ला, रमा बाली, नरेश शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में भक्तजनों ने कथा सुनकर लोक कल्याण की कामना की।