Move to Jagran APP

बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : वीरवार सुबह हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की बढि़या पैदावार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बताया जा रहा है कि नूरपुरबेदी क्षेत्र में 50 से 60 प्रतिशत की फसलें गिर गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Oct 2018 11:23 PM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 03:00 AM (IST)
बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी
बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : वीरवार सुबह हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की बढि़या पैदावार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बताया जा रहा है कि नूरपुरबेदी क्षेत्र में 50 से 60 प्रतिशत की फसलें गिर गई हैं।

loksabha election banner

गौरतलब है कि सुबह करीब 5 बजे से लेकर साढ़े 7 बजे तक ढाई घंटे दौरान हुई तेज बारिश के दौरान एक घंटा ओलावृष्टि हुई। जिसने किसानों की खेतों में खड़ी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद करके रख दी। बारिश के साथ साथ तेज हवा की गति इस तरह चल रही थी कि आम लोगों को दो घंटे घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। नूरपुरबेदी क्षेत्र के विभिन्न गांवों से संबंधित किसानों में शामिल सोहन लाल, सु¨रदरपाल घाही माजरा, मोहन ¨सह, कमल देव, हरी राम, सूबेदार बिहारी लाल, पाखर ¨सह, चेत राम, गुलजार ¨सह, कर्मजीत ¨सह, जसवीर ¨सह ससकौर, राम पाल शर्मा ने दुखी मन से बताया कि यह पहला मौका जब भारी ओलावृष्टि हुई है तथा उनकी पूरी फसल देखते ही देखते बर्बाद हो गई। उन्होंने जिला प्रशासन तथा पंजाब सरकार से मांग की है कि उन्हें इस नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाकर प्रभावित किसानों को तुरंत राहत प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान न दिया तो वह मुआवजे के लिए संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे।

किसानों ने बुलाई महावीर मंदिर में 14 को बैठक

वीरवार को यहां एकत्र किसानों ने प्रशासन पर दबाव डालने के लिए अगली रणनीति निश्चित करने के लिए 14 अक्टूबर को महावीर मंदिर में अहम बैठक बुलाई है। कुछ किसानों ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर रूपनगर को उक्त नुकसान संबधी लिखित में जानकारी दे दी गई है। क्षेत्र में करीब 80 फीसदी फसल का नुक्सान हुआ है।

ओलावृष्टि का केंद्र ¨बदू नूरपुरबेदी क्षेत्र रहा

भारी ओलावृष्टि का खौफ इस तरह था कि लोग घरों में ही सहमे हुए थे। जिला रूपनगर में बरिश होने के बावजूद इस गढ़ेमारी का केंद्र ¨बदू नूरपुरबेदी क्षेत्र रहा। इस प्राकृतिक आफत के चलते सैणी माजरा, घाही माजरा, रौली ¨झजड़ी, ससकौर, कुंबेवाल, मूसापुर, समीरोवाल, लखनों, माजरा, जट्टपुर, डूमेवाल, आजमपुर, रूड़ेवाल सहित कई गांवों में किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है।

नुकसान का लगाया जा रहा है पता : नायब तहसीलदार

नायब तहसीलदार नूरपुरबेदी जो¨गदर ¨सह ने बताया कि इस प्राकृतिक आफत संबंधी विभिन्न गांवों से सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि विभागीय कर्मचारियों की ओर से नुकसान फसलों का पता लगाया जा रहा है तथा इस संबंध में जांच करने के बाद रिपोर्ट को जिला प्रशासन को भेजा जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.