सरकार के विरोध में करेंगे तीन दिन की हड़ताल
रूपनगर में पंजाब रोडवेज के डिपो समक्ष पंजाब रोडवेज एवं पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन तथा पीआरटीसी के अस्थायी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोधी रोष रैली कर जमकर नारेबाजी भी की।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर में पंजाब रोडवेज के डिपो समक्ष पंजाब रोडवेज एवं पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन तथा पीआरटीसी के अस्थायी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोधी रोष रैली कर जमकर नारेबाजी भी की। इस मौके स्टेट कमेटी मेंबर शिव कुमार कहा कि राज्य की सत्ता हासिल करने से पहले कैप्टन सरकार ने जहां घर-घर नौकरी देने का वादा किया था, वहीं ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म कर कर्मचारियों को पहल के आधार पर रेगुलर करने का वादा भी किया था। इस मौके यूनियन के चेयरमैन इंद्रजीत सिंह तथा महासचिव जतिदर सिंह ने कहा कि सरकार के धक्के का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पनबस व पीआरटीसी के सारे कर्मचारी 28-29-30 जून को जहां तीन दिवसीय हड़ताल करेंगे, वहीं पटियाला में रोष रैली भी निकालेंगे। साढ़े चार साल बीतने पर भी सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। कैप्टन ने अपने कुछ चहेते मंत्रियों व विधायकों के बच्चों को तो पक्की नौकरी दे दी, लेकिन जो कर्मचारी पिछले 15-20 वर्षों से विभिन्न विभागों में ठेका प्रणाली के तहत काम करते आ रहे हैं, उन्हें रेगुलर करना जरूरी नहीं समझा। डिपो अध्यक्ष कुलवंत सिंह ने कहा कि सरकार खाली खजाने का हवाला देते हुए सरकार ठेका कर्मियों के साथ धक्का कर रही है। कोषाध्यक्ष सुखविदर सिंह ने कहा कि विभिन्न विभागों में पुनर्गठन की आड़ में एक लाख से अधिक पदों को ही खत्म किया जा चुका है। वर्कशाप अध्यक्ष सतविदर सिंह ने कहा कि सरकार ने पहले तो बसों की संख्या घटाई, जिसके बाद सरकारी बसों में महिलाओं के लिए सफर पूरी तरह से मुफ्त कर दिया। इसके बाद नई बसों के लिए व होने वाले घाटे को पूरा करने के लिए कोई बजट का प्रावधान नहीं किया। वर्कशाप चेयरमैन सुखजीत सिंह ने मांग की कि सरकारी बसों की संख्या बढ़ाते हुए जहां 10 हजार की जाए, वहीं पनबस व पीआरटीसी के सारे ठेका कर्मियों को रेगुलर किया जाए।