सीएम आवास के पास छोड़ेंगे लावारिस पशु
मो¨रडा भारतीय किसान यूनियन ब्लॉक मो¨रडा द्वारा जिला प्रधान चरन ¨सह मुंडियां के नेतृत्व में शहर के रंगी पैलेस में किसान जागरूकता सेमिनार करवाया गया।
संवाद सूत्र, मो¨रडा
भारतीय किसान यूनियन ब्लॉक मो¨रडा द्वारा जिला प्रधान चरन ¨सह मुंडियां के नेतृत्व में शहर के रंगी पैलेस में किसान जागरूकता सेमिनार करवाया गया। इसमेंकिसानों द्वारा की जा रही खुदकशियों, किसानों की कर्जमाफी और खेती को नई तकनीकों के साथ करने के संबंध में विचार विमर्श किया गया। प्रेस सचिव रणधीर ¨सह माजरी ने बताया कि इस सेमिनार में मुख्य मेहमान के रूप में किसान यूनियन के प्रमुख वक्त चौधरी युधवीर, द¨वदर शर्मा, हमीर ¨सह और अफसर जाफरी ने विशेष रूप से शिरकत की। इस मौके चौधरी युधवीर ने कहा कि पंजाब का पानी और धरती जहरीली होती जा रही है। पंजाब का किसान अपनी खेती को अलग-अलग जोन में बांटते हुए अलग फसलों को तैयार करना चाहता है, जबकि उन्हें अपनी आमदनी में वृद्धि करने के लिए एग्रो बेसड हाथ, छोटे कारखाने लगाने चाहिए। भारतीय किसान यूनियन किसानों की आर्थिक स्वतंत्रता के लिए पिछले 50 वर्षों से लड़ाई लड़ रही है। सरकार के ऊपर स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट, किसानों के कर्ज माफ करने, फसल बीमा योजना और किसानों के लिए नौकरियों के संबंध में दबाव डाला जाएगा। भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने कहा कि किसानों की सहायता के साथ 7 मार्च को लावारिस पशुओं में शामिल गायों, बैलों, सांड, कुत्तों व घोड़ों आदि को मुख्यमंत्री पंजाब के चंडीगढ़ में आवास के पास छोड़ते हुए रोष जताया जाएगा। अजमेर ¨सह लक्खोवाल और मास्टर शमशेर ¨सह घड़ूंआं ने भी मांग उठाई कि पंजाब सरकार खसखस की खेती संबंधी विधानसभा में प्रस्ताव पास करे व पंजाब में इसे मान्यता दे। क्योंकि हमारा देश दवाईयों के लिए 85 फीसद अफीम बाहर से आयात कर रहा है। इसके अलावा सरकार आवारा पशुओं की समस्याओं का भी कोई हल नहीं कर रही है।