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दूसरे नवरात्र पर नयदा देवी 35 हजार श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

आनंदपुर साहिब आनंदपुर साहिब के साथ लगते विश्व विख्यात उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर श्री माता नयना देवी जी में पहले नवरात्र पर 90 हजार के करीब भक्तों ने माथा टेका।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 09:54 PM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 09:54 PM (IST)
दूसरे नवरात्र पर नयदा देवी 35 हजार श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब

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आनंदपुर साहिब के साथ लगते विश्व विख्यात उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर श्री माता नयना देवी जी में पहले नवरात्र पर 90 हजार के करीब भक्तों ने माथा टेका। गत दिनों से हो रही बारिश के कारण बेशक माता के भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन उनमें माता के दर्शनों के प्रति उत्साह देखने वाला था । श्री नयना देवी जी श्रावण अष्टमी मेले के दूसरे दिन भारी वर्षा के बावजूद समाचार लिखे जाने तक लगभग 35 हजार श्रद्धालु माता श्री नयना देवी जी के दर्शनों के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने माता का आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर मेला अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विनय कुमार ने मेले की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने लंगर कमेटियों को निर्देश दिए कि लंगर स्थल के साथ डस्टबिन भी रखें ताकि सफाई व्यवस्था बनी रहे। सहायक मेला अधिकारी अनिल चौहान ने बताया कि मेले के दूसरे दिन शाम तक लगभग 35 हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। पहले नवरात्र में श्रद्धालुओं द्वारा 32 ग्राम 300 मिलीग्राम सोना, 3 किलो 600 ग्राम चांदी, 1 यूएस डालर, 20 यूएइ दराम के अतिरिक्त 14 लाख 55 हजार 77 रुपए नकद चढ़ावा चढ़ाया गया। मेला अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि श्रावण अष्टमी मेले को सफल बनाने के लिए जहां श्री नयना देवी जी ट्रस्ट के पदाधिकारी, स्थानीय प्रशासन, अधिकारी व कर्मचारी संयुक्त रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, वहीं स्वयं सेवी संस्थाएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए अपनी श्रद्धा भावना को व्यक्त कर रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन की सहायता मेले के दौरान 80 से भी अधिक श्रद्धालुओं को लंगर लगाने की अनुमति दी गई है तथा उन्हें सफाई व्यवस्था आदि बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। इस मेले के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जहां ड्रोन की सहायता ली जा रही है, वहीं 60 से भी अधिक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं जोकि संदिग्ध व्यक्तियों पर निरंतर नजर बनाए हैं। यातायात व्यवस्था के लिए 4 प्रकार के कार्ड यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए 4 प्रकार के कार्ड बनाए गए हैं। जिसमें ग्रीन कार्ड स्थानीय श्री नैना देवी जी मंदिर के आस-पास के लोग, मेला ड्यूटी स्टॉफ, मेला स्वयंसेवकों के वाहनों को दिए गए हैं। पीले रंग का कार्ड लंगर की गाड़ियों तथा जरूरी सामान ले जाने वाली गाड़ियों के लिए दिया गया है। जिसकी समय सीमा सुबह व शाम 7 से 8 बजे तक है तथा रात को 11 से 3 बजे तक का रहेगा तथा 5 सफेद रंग के कार्ड घवांडल से गुफा तक श्रद्धालुओं को छोड़ने तथा वापस लाने के लिए टैक्सी को दिए गए हैं तथा गुलाबी रंग का कार्ड अति विशिष्ट व्यक्तियों के वाहनों के प्रवेश के लिए जारी किए गए हैं।


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