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पंजाब एंड यूटी मुलाजिमों की भूख हड़ताल जारी

रूपनगर लघु सचिवालय के समक्ष पंजाब एंड यूटी मुलाजिम सांझा मंच तथा पेंशनरों की मांगों को लेकर शुरू की गई भूख हड़ताल सोमवार को भी जारी रही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 11:29 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 05:12 AM (IST)
पंजाब एंड यूटी मुलाजिमों की भूख हड़ताल जारी
पंजाब एंड यूटी मुलाजिमों की भूख हड़ताल जारी

संवाद सहयोगी, रूपनगर: लघु सचिवालय के समक्ष पंजाब एंड यूटी मुलाजिम सांझा मंच तथा पेंशनरों की मांगों को लेकर शुरू की गई भूख हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। पंजाब सुबोर्डिनेट सर्विस फेडरेशन (पससफ) के जिलाध्यक्ष दर्शन सिंह बड़वा की अध्यक्षता में भूख हड़ताल की कमान जीटीयू के गुरचरण सिंह आलोवाल सहित लोक निर्माण विभाग के इकबाल सिंह जेतेवाल, पससफ के दविदर सिंह चनौली, बलबीर सिंह तख्तगढ़, राज कुमार शर्मा, गज्जन सिंह, गुरचरण सिंह, केसर सिंह, बलबीर सिंह, कमलजीत सिंह, सोढी सिंह व अनिल कुमार आदि ने संभाली। इस मौके दर्शन सिंह बड़वा सहित बलबीर सैनी, सुखदेव सिंह सुरतापुर, मुरली मनोहर व रणजीत सिंह आदि ने कहा कि कर्मचारियों व पेंशनरों की मांगों को लेकर यह भूखहड़ताल गत 16 सितंबर से लगातार लघु सचिवालय के समक्ष चल रही है लेकिन सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि हमारी मांगें क्या हैं। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि सरकार हर सरकारी विभाग को प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी में लगी हुई है जबकि काले कानून बनाते हुए सरमायदारों के हाथों को मजबूत बनाने की कवायद अलग से रची जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की घटिया नीतियों के कारण देश भर में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है । इस मौके सुखदेव सिंह सुरतापुरी ने कहा कि राजसी दल सरमायदारों के गुलाम बन कर रह गए हैं, जबकि वर्तमान सरकार तो लगभग सभी विभागों को निजी हाथों में देने के लिए तुली हुई है। उन्होंने कहा कि उक्त भूख हड़ताल 30 सितंबर तक लगातार चलेगी। 30 सितंबर को सारे शहर अंदर रोष मार्च निकालते हुए गहरी नींद में सोई सरकार को जगाने का प्रयास किया जाएगा।

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वक्ताओं ने राज्य सरकार से कर्मचारियों के डीए का बकाया व डीए की पांच किश्तों को बिना देरी अदा करने के साथ छठा वेतन कमीशन लागू करने की मांग की। इसके अलावा ठेके पर रखे कर्मचारियों मनरेगा कर्मचारियों व एसएस शिक्षकों को रेगुलर करने और दो सौ रुपये की वेतन से कटौती करने को भी बंद करने की मांग की। वहीं पुरानी पेंशन प्रणाली बहाल करने, प्रोवेश्नल पीरियड पूरा कर चुके कर्मचारियों को रेगुलर स्केल देने और किसान विरोधी कानून को वापस लेने कर भी केंद्र सरकार से मांग की। इस मौके यादव सिंह राय सहित जसवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, भुपिदर सिंह व परमजीत सिंह आदि ने भी संबोधित किया।


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