ओवरफ्लो होकर गलियों और खाली प्लाटों में जमा हुआ सीवरेज का पानी
रूपनगर इधर, दीपावली की लोग तैयारियां कर रहे हैं। घरों में डेकोरेशन हो रही है, लोग दीये और बिजली की रंग बिरंगी लड़ियां खरीद रहे हैं , लेकिन इधर दीपावली से एक दिन पहले लख¨वदरा एंक्लेव, हरगो¨बद नगर तथा मल्होत्रा कॉलोनी में सीवरेज का गंदा पानी सड़कों तथा खाली प्लाटों में भर गया है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
इधर, दीपावली की लोग तैयारियां कर रहे हैं। घरों में डेकोरेशन हो रही है, लोग दीये और बिजली की रंग बिरंगी लड़ियां खरीद रहे हैं , लेकिन इधर दीपावली से एक दिन पहले लख¨वदरा एंक्लेव, हरगो¨बद नगर तथा मल्होत्रा कॉलोनी में सीवरेज का गंदा पानी सड़कों तथा खाली प्लाटों में भर गया है। इससे इलाके में दुर्गंध फैल गई है। वजह ये है कि मंगलवार को हरगो¨बद नगर में डिस्पोजल की बिजली सप्लाई पास के ही एक ट्रांसफार्मर में खराबी आने के बाद बंद हो गई और डिस्पोजल ने काम करना बंद कर दिया। इस वजह से गंदा पानी सीवरेज होल से ओवरफ्लो हो गया। इसके बाद लख¨वदरा एंक्लेव, मल्होत्रा कालोनी तथा हरगो¨बद नगर की गलियों में गंदा पानी जमा हो रहा। लख¨वदरा एंक्लेव के समीप खाली प्लाटों में गंदा पानी तालाब का रूप धारण कर गया है। आने वाले दो तीन हफ्ते तक ये पानी सूखने की उम्मीद नहीं है। उधर, पिछले कई माह से डिस्पोजल का जेनरेटर खराब बताया जा रहा है। इस वजह से डिस्पोजल में लगी मोटरों को वैकल्पिक बिजली सप्लाई देकर चलाया नहीं जा सका। इस कारण उपरोक्त तीन कालोनियों में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है। वार्ड नंबर-13 के पार्षद अमरजीत ¨सह जौली ने नगर कौंसिल प्रबंधन पर लापरवाही से फंडों का इस्तेमाल करने तथा डिस्पोजल की व्यवस्था को सुचारू न रखने का आरोप लगाया है। पार्षद अमरजीत ¨सह जौली ने कहा कि एक तरफ डिस्पोजल में तीन में से दो ही मोटरें काम करती हैं तथा एक खराब पड़ी है। जबकि जो जेनरेटर है वो भी खराब है। जब कौंसिल प्रबंधन ये व्यवस्था नहीं सुधार सकता तो डिस्पोजल में शौचालय बनाने का क्या औचित्य है। जबकि यहां लोगों की इतनी मांग नहीं है कि यहां शौचालय बनवाए जाते। इन पर तीन लाख रुपए की राशि खर्च कर दी गई है। जौली ने मांग की कि नगर कौंसिल की आय तथा आने वाली ग्रांट को अच्छी तरह जांच पड़ताल करके ही खर्च करना चाहिए। इसका दुरुपयोग शहर की जनता के पैसे का दुरुपयोग है। अगर खराब जेनरेटर वर्किंग कंडिशन में होता तो उनके वार्ड की तीन कालोनियों में सीवरेज का गंदा पानी दीपावली से एक दिन पहले सड़कों तथा खाली प्लाटों में जमा नहीं होता।