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जहां सारा दिन लगे रहते थे नाके, वहीं गायब मिली पुलिस

रूपनगर अमृतसर में हुए ग्रेनेड बलास्ट की घटना के बाद सतर्क हुई पंजाब सरकार ने चाहे पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर कर दिया, लेकिन जिला रूपनगर के नंगल क्षेत्र को छोड़ कहीं भी हाई अलर्ट जैसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 10:27 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 10:27 PM (IST)
जहां सारा दिन लगे रहते थे नाके, वहीं गायब मिली पुलिस
जहां सारा दिन लगे रहते थे नाके, वहीं गायब मिली पुलिस

अरुण कुमार पुरी, रूपनगर

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अमृतसर में हुए ग्रेनेड बलास्ट की घटना के बाद सतर्क हुई पंजाब सरकार ने चाहे पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर कर दिया, लेकिन जिला रूपनगर के नंगल क्षेत्र को छोड़ कहीं भी हाई अलर्ट जैसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। हो सकता है कि नंगल में भी पुलिस सतर्कता देखने को न मिलती अगर वहां इंटरनेशनल लेवल का ईवेंट न होता। नामी रेस्लर (पहलवान) ग्रेट खली के नेतृत्व में होने वाली रे¨स्लग को लेकर जिले की ज्यादातर पुलिस फोर्स नंगल में ही तैनात की गई थी। अब अगर रूपनगर शहर अंदर सुरक्षा व्यवस्था या पुलिस की मुस्तैदी पर अगर नजर डालें, तो शहर के अंदर जहां अकसर नाके लगा करते थे, वो नाके भी रविवार को देखने को नहीं मिले। यहां तक कि रूपनगर-नवांशहर हाईवे पर पूरा दिन तैनात रहने वाली ट्रैफिक पुलिस भी आज नदारद ही रही। रूपनगर के नेहरू स्टेडियम के सामने बने शहर के नए बस स्टैंड की अगर बात करें तो वहां पूरा दिन जहां भीड़ बनी रही, वहीं बसों का आना जाना भी रोज की भांति लगा रहा, लेकिन बस स्टैंड पर एक भी पुलिस का जवान किसी बस को या किसी यात्री को चेक करता दिखाई नहीं दिया। हैरानी तो इस बात की है कि लोगों को भी अपने आसपास की परवाह नहीं थी, बस हर किसी को बस पकड़ने व अपने गंतव्य तक पहुंचने की जल्दी ही देखी गई। पुराने बस स्टैंड पर भी नहीं दिखी सतर्कता रूपनगर के पुराने बस स्टैंड (¨सडीकेट बस डिपो के समक्ष) के आसपास भी कोई पुलिस का जवान दिखाई नहीं दिया जबकि यहां हर दिन व हर वक्त शहर वासियों की व सफर करने वालों की भीड़ लगी रहती है। इसी जगह तीन पेट्रोल पंप, निरंकारी भवन, सैनिक रेस्ट हाउस व इंस्टीट्यूट तथा सैकड़ों दुकानें तथा कई नामी होटल भी हैं। वैसे आम दिनों में यहां ट्रैफिक पुलिस के जवानों सहित सिटी पुलिस का नाका भी लगा रहता है लेकिन हाई अलर्ट होने के बाद यहां पुलिस का एक भी जवान देखने को नहीं मिला। निरंकारी भवन की अगर बात करें तो इसके आसपास तो पूरी तरह से सुनसान ही बनी रही।

बेला चौक व हेड व‌र्क्स से भी पुलिस नदारद

रूपनगर के अति व्यस्त श्रेणी में आते बेला चौक व अति संवेदनशील श्रेणी में आते हेडव‌र्क्स के आसपास भी आज न तो कोई पुलिस नाका देखने को मिला तथा न ही कोई पुलिस का जवान वहां खड़ा देखा गया। बेला चौक में आम दिनों में अकसर पुलिस नाके लगाते हुए चे¨कग करती रहती है, जबकि हैड व‌र्क्स के पास तो हमेशा नाका लगा ही रहता है लेकिन हाई अलर्ट जारी होने के बाद सारी पुलिस नंगल में रे¨स्लग की सुरक्षा करने चली गई। प्रेस को देख हरकत में आई जीआरपी दैनिक जागरण की टीम जब रूपनगर के रेलवे स्टेशन पर पुलिस सतर्कता की पड़ताल करने पहुंची तो फोटोग्राफर को देखते ही जीआरपी तथा आरपीएफ हरकत में आ गई। हालांकि पहले केवल दो हवलदार व एक सिपाही ही मौके पर पहुंचा लेकिन मात्र 15 मिनट बाद वहां जीआरपी के इंचार्ज सुग्रीव चंद राणा तथा आरपीएफ के इंचार्ज बलदीप ¨सह अपनी अपनी टीम को साथ लेकर प्लेटफार्म पर पहुंच गए तथा लोगों के सामान की चे¨कग आदि शुरू कर दी। वैसे यहां जीआरपी के इंचार्ज सुग्रीव चंद राणा ने दावा किया कि उनकी टीम तो पिछले चार दिनों से ही हाई अलर्ट पर काम कर रही है जबकि आरपीएफ भी समय समय पर उनके साथ चै¨कग अभियान चलाती रहती है।

अति संवेदनशील है जिला

रूपनगर जिले की अगर बात करें तो यह जिला अति संवेदनशील श्रेणी में शुमार करता है। इस जिले अंदर एनएपएल, पीएसीएल, नंगल डैम, भाखड़ा डैम, थर्मल प्लांट, अंबुजा सीमेंट, गंगूवाल सहित कोटला व नक्कियां पावर हाउस, विरासत-ए-खालसा प्रोजेक्ट के अलावा अनेकों एतिहासिक व धार्मिक स्थल पड़ते हैं जबकि इस जिले अंदर हर दिन पर्यटकों व श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में आना जाना लगा रहता है।


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