प्रभु सुमिरन से मिलती है मन को शांति : बाबा बाल जी
जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के लिए करीबी गाव भनाम में आयोजित भक्त माल कथा के भव्
जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के लिए करीबी गाव भनाम में आयोजित भक्त माल कथा के भव्य धार्मिक कार्यक्रम राष्ट्र संत बाबा बाल जी महाराज कोटला कलां ऊना वालों ने भक्तजनों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि हमें प्रभु का सुमिरन सच्चे व शांत मन से करना चाहिए क्योंकि इससे ही प्राणी को सच्ची शांति प्राप्त होती है। प्रभु का नाम जपने से मनुष्य गलत रास्ते पर जाने की बजाए स्वयं भी सही मार्ग की ओर आने लगता है। बाल जी ने अपने श्रीमुख से हरे कृष्णा, हरे कृष्णा के दिव्य शब्दों का संगीतमय उच्चारण करते हुए कहा कि प्राणी को सदैव जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर रहते हुए नर सेवा नारायण सेवा को चरितार्थ करने के प्रयास करते रहना चाहिए।
पूज्य श्री ने कहा कि प्राणी को प्रभु सुमिरन के लिए कुछ न कुछ समय अवश्य निकालना चाहिए, क्योंकि अंत समय में प्रभु का नाम ही साथ जाएगा। यह दुनिया झूठी माया है। इस लिए प्राणी को चाहिए कि वे दुनिया से मोह माया त्याग कर प्रभु के चरणों में ही अपना ध्यान लगाए। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रतिनिधि कर्म चंद, कमल चंद, स्वरूप सिंह, इंद्र मोहन कपिला, कुलवंत सिंह, सुरेंद्र सिंह, सिद्धु राम, प्रीतम चंद, प्रकाश चंद आदि भारी संख्या में भक्तजनों ने बाबा बाल जी के प्रवचन सुनते हुए प्रभु का गुणगान किया।