परमात्मा से साक्षात्कार के लिए सिमरन जरूरी : बाबा बाल जी
नंगल : लोक कल्याण के लिए करीबी गाव भनाम में करवाए गए धार्मिक कार्यक्रम वीरवार को सपंन्न हो गया।
जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के लिए करीबी गाव भनाम में करवाए गए धार्मिक कार्यक्रम वीरवार को भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। कार्यक्रम में भक्तजनों का अध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए राष्ट्र संत बाबा बाल जी महराज कोटला कलां ऊना वालों ने कहा कि हर समय भगवान का भजन करने का अभ्यास करना चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य भगवान को जानने का अधिकारी बनता है। बाल जी ने कहा कि यदि मनुष्य को रूप देखने का चाव है तो वे भगवान का स्वरूप देखे। यदि जिह्वा को चुगली करने का चाव है तो भगवान श्रीकृष्ण का भजन करें। ऐसा करने से ही प्राणी सद्बुद्धि, प्रेम-प्यार व भक्ति की प्राप्ति कर सकता है। पूज्य श्री ने कहा कि सबसे ज्यादा प्यार भगवान श्रीकृष्ण जी से करना चाहिए, ताकि दुनिया वाले तो हमें छोड़कर चले जाएंगे पर भगवान श्रीकृष्ण का प्यार हमारे साथ में ही रहेगा, केवल भगवान श्रीकृष्ण का ही प्यार सच्चा है। अंत समय जो मनुष्य भगवान को याद करता है, वो कभी चौरासी लाख योनियों में नहीं पड़ता। बेशक हर प्राणी भगवान को पाने के लिए तरसता है, पर मोह-माया किसी एक को ही भगवान तक पहुंचने देती है।
इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रतिनिधि कर्म चंद, कमल चंद, स्वरूप सिंह, इंद्र मोहन कपिला, कुलवंत सिंह, सुरेंद्र सिंह, सिद्धु राम, प्रीतम चंद, प्रकाश चंद आदि ने बाबा बाल जी महाराज को सम्मानित करके प्रभु के नाम की जय-जयकार की।