केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान से पुलिस ने की मारपीट, एसएचओ बोले, नशे में मोबाइल पर मुझसे किया अभद्र व्यवहार
केमिस्ट एसोसिएशन ने एसो. के अध्यक्ष मोहन लाल चांदला से एसएचओ पर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।
संवाद सहयोगी,नूरपुरबेदी
नूरपुरबेदी ब्लॉक केमिस्ट एसोसिएशन ने एसो. के अध्यक्ष मोहन लाल चांदला से मंगलवार देर शाम एसएचओ जतिन कपूर पर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। इसके विरोध में बुधवार को इलाके के सभी केमिस्टों ने अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध जताकर पुलिस की धक्केशाही पर शहर में रोष मार्च निकाला। इसमें केमिस्ट एसोसिएशन को लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन और आरएमपी डॉक्टरों ने भी सहयोग दिया। प्रदर्शनकारियों ने नूरपुरबेदी पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। वहीं एसएचओ ने सारे आरोपों को नकारतु हुए कहा कि चांदला से कोई मारपीट नहीं की गई है। उसे सिफ थाने में पूछताछ के लिए बुलाया था। गौर हो कि चांदला के साथ मंगलवार देर शाम नूरपुरबेदी पुलिस थाना के एसएचओ जतिन कपूर के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया, इसके बाद पुलिस ने मोहन लाल चांदला को थाने में ले जाकर उसकी बुरी तरह पिटाई की। बाद में चांदला के सहयोगियों ने उसे सिविल अस्पताल आनंदपुर साहिब में इलाज के लिए भर्ती करवाया। जानकारी देते मोहन लाल ने बताया की मंगलवार शाम पुलिस ने उसे बिना किसी कारण दुकान से उठा लिया और थाने में ले जाकर उससे मारपीट । इससे वह बुरी तरह घायल हो गया। बाद में घटना का पता चलते ही नूरपुरबेदी के सभी केमिस्ट एकत्र हो गए। सूचना देने पर जिला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुदर्शन चौधरी नंगल भी मौके पर पहुंचे। वहीं बुधवार सुबह मामले के संबंध में सुदर्शन चौधरी की अगुआई में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नूरपुरबेदी एसएचओ जतिन कपूर से मुलाकात की और मामले को सुलझाने के प्रयास किए, लेकिन बातचीत विफल रही। इस पर केमिस्ट भड़क गए, जिसके बाद सभी ने नूरपुरबेदी पुलिस थाना से शुरू होकर बाजार से होते हुए हनुमान मंदिर तक रोष मार्च निकाला। ..तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे वहीं सुदर्शन चौधरी ने कहा कि सभी केमिस्ट एकजुट हैं और वह किसी भी केमिस्ट के साथ धक्केशाही नहीं होने देंगे। अगर एसएसपी रूपनगर ने एसएचओ के खिलाफ विभागीय एक्शन नहीं लिया , तो केमिस्ट एसोसिएशन कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। हमने कोई मारपीट नहीं की: एसएचओ उधर एसएचओ जतिन कपूर ने कहा कि मोहन लाल चांदला ने कहा कि जब हम उनकी दुकान पर गए, ता उसने शराब पी रखी थी। उसके बाद जब हम वहां से चले गए , तो टेलीफोन करने पर भी उसने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। जिसके बाद उसे थाने में बुलाया गया। उससे किसी प्रकार की कोई मारपीट नहीं की गई। सारे आरोप गलत हैं।