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21 साल बाद बाग में लगीं महाराजा रणजीत सिंह की दो प्रतिमाएं

रूपनगर महाराजा रणजीत ¨सह बाग में महाराजा रणजीत ¨सह के एक नहीं बल्कि दो बुत लग गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 09:51 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 09:51 PM (IST)
21 साल बाद बाग में लगीं महाराजा रणजीत सिंह की दो प्रतिमाएं
21 साल बाद बाग में लगीं महाराजा रणजीत सिंह की दो प्रतिमाएं

अजय अग्निहोत्री, रूपनगर

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महाराजा रणजीत ¨सह बाग में महाराजा रणजीत ¨सह के एक नहीं बल्कि दो बुत लग गए हैं। इनमें एक बुत दौड़ते घोड़े पर सवार और हाथ में तलवार लिए महाराजा रणजीत ¨सह का है और दूसरा बुत घोड़े पर बैठे महाराजा रणजीत ¨सह का। ये बुत महाराजा रणजीत ¨सह बाग के नवीनीकरण प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए हैं। अहम बात ये है कि महाराजा रणजीत ¨सह बाग में करीब 21 साल पहले महाराजा रणजीत ¨सह बाग के उद्घाटन के समय पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल ने एलान किया था कि यहां महाराजा रणजीत ¨सह बाग में कांस्य का बुत लगाया जाएगा, लेकिन इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री इसके बाद दो बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान यहां बुत नहीं लग पाया। अब पंजाब में कैप्टन अम¨रदर ¨सह की सरकार के कार्यकाल में ये बुत लग पाए हैं। शुक्रवार को डिप्टी कमिश्नर डॉ.सुमीत जारंगल ने दौरा करके नवीनीकरण प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लिया। छह फुट के घोड़े पर महाराजा रणजीत ¨सह बैठे दिखाए गए हैं। ये बुत आठ लाख कीमत के हैं और विशेष फाइबर से बने हैं। इन पर धूप, बारिश के मौसम का कोई असर नहीं होगा। देखने में ये कांस्य धातु के दिखाई देते हैं, जबकि मोरल वाल भी विशेष फाइबर से बनी है, जिसमें हाथियों पर सवार महाराजा रणजीत ¨सह और लार्ड विलियम बैंटिक को मुलाकात करते दिखाया गया है। 2.25 करोड़ का है प्रोजेक्ट बता दें कि करीब छह माह पहले महाराजा रणजीत ¨सह बाग के नवीनीकरण का काम शुरू हुआ है, जिस पर करीब 2.25 करोड़ रुपए की लागत आएगी। ये काम कंपीटेंट कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। इससे महाराजा रणजीत ¨सह बाग की तस्वीर ही बदल जाएगी। लेकिन मुद्दा ये है कि बाग का रखरखाव का योग्य प्रबंध बेहद जरूरी है। अगर रखरखाव की बेहतर योजना नहीं बनती तो फिर से बाग की दुर्दशा होने का खतरा बना रहेगा, क्योंकि पहले बाग में रखरखाव के अभाव व सुरक्षा के अभाव में कई बार चोरियां हो चुकी हैं। पानी की मोटरों के अलावा कीमती सामान नशेड़ी व्यक्ति चोरी कर ले जाते हैं। मार्च तक हो जाएगा काम मुकम्मल: वालिया कंपीटेंट कंपनी के एमडी इंद्रपाल वालिया का कहना है कि टूरिज्म विभाग ने उन्हें कुल डेढ़ साल का समय प्रोजेक्ट मुकम्मल करने के लिए दिया है। उन्हें उम्मीद है कि मार्च तक काम मुकम्मल कर लिया जाएगा। महाराजा रणजीत बाग में महाराजा रणजीत ¨सह के दो बुत, शाही मुलाकात स्थान पर एक मोरल वाल, सि¨टग व्यवस्था के तहत 67 बैंच जिन पर लाल पत्थर और ग्रेनाइट लगाया गया है। इसके अलावा पौधे लगाने के लिए 47 प्लांटर बनाए गए हैं। सतलुज दरिया की तरफ बेहद पुराने तीन पेड़ों के आसपास चबूतरा बनाया जा रहा है और बैठने का प्रबंध किया गया है। दो चबूतरे मुकम्मल हो गए हैं तीसरा जल्द बन जाएगा। बाग के भीतर वाटर बाडी को अपग्रेड किया जा रहा है। शाही मुलाकात स्थान का भी नवीनीकरण किया जा रहा है।


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