श्री हनुमान मंदिर नंगल में गणेश उत्सव जारी
श्री हनुमान मंदिर पुराना गुरुद्वारा में श्री गणपति जी के चल रहे महोत्सव के पहले दिन कथा में पं. राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ने प्रवचन दिए।
जागरण संवाददाता, नंगल : श्री हनुमान मंदिर पुराना गुरुद्वारा में श्री गणपति जी के चल रहे महोत्सव के पहले दिन कथा में पं. राजेंद्र प्रसाद शास्त्री ने प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि गणेश उत्सव 1894 ईसवी में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी ने प्रारंभ किया ताकि आपस में सब लोग मिलकर सुंदर समाज की संरचना कर सकें। समस्त देश तथा विदेश गणपति उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है साथ ही गणेश पुराण के अनुसार एक कथा आती है कि वेद व्यास जी ने श्री गणेश जी को महाभारत लिखने के लिए कहा और शर्त रखी कि बिना रुके आपने महाभारत लिखना है। गणेश जी वेदव्यास जी की बात मान ली और गणपति चतुर्थी दिवस श्री महाभारत लिखना प्रारंभ किया। एक दिन से लेकर 10 दिन तक यानी अनंत चतुर्दशी तक गणेश जी भूख-प्यास से परेशान हो गए उनके शरीर की जो मिट्टी थी वह मिट्टी नीचे झड़ने लगी। वेद व्यास जी को दया आई और उन्होंने 10वें दिन गणेश जी की बनी हुई मूर्ति का विसर्जन कर दिया। इसलिए तब से मान्यता है कि हर साल गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणपति जी का पर्व मनाया जाए। दूसरी तरफ पहाड़ी मार्केट में भी हर साल की तरह गणेश जी की पूजा जारी है। दूसरे दिन महिलाओं ने गगन भेदी जयघोष लगा कर पूजा अर्चना करके लोक कल्याण की कामना की। सुबह शाम जारी पूजा अर्चना से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।