कौलापुर की गगनदीप किडनी देकर बचाएगी पिता की जान
आज के पदार्थवादी युग में चाहे कई मां-बाप लड़कियों को बोझ समझते हैं और बेटियों को पुत्रों जैसा प्यार नहीं देते।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : आज के पदार्थवादी युग में चाहे कई मां-बाप लड़कियों को बोझ समझते हैं और बेटियों को पुत्रों जैसा प्यार नहीं देते। लेकिन कुछ बेटियां ऐसी भी होती हैं जो अपने माता-पिता की जान बचाने के लिए सब कुछ कुर्बान करने को तैयार हो जाती हैं। ऐसी ही एक बेटी है गगनदीप कौर। नूरपुरबेदी इलाके के गांव कौलापुर की यह बहादुर और हिम्मत वाली लड़की ने जिदगी और मौत के साथ जंग लड़ रहे अपने पिता बलजीत सिंह के लिए बड़ी कुर्बानी देने का फैसला किया है। गगनदीप कौर (21) के पिता ड्राइवर का काम करते थे। उसकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं। बीते कई महीनों से वह मौत के साथ जंग लड़ रहे हैं। बलजीत सिंह की जान बचाने के लिए जब कोई आगे न आया तो उसकी छोटी बेटी गगनदीप कौर ने हिम्मत दिखाई और अपने पिता की जान बचाने के लिए अपनी किडनी देने को तैयार हो गई। दो बहनों और एक भाई की इस बहन ने अपना भविष्य अपने पिता के लिए कुर्बान करने का फैसला किया है। गगनदीप कौर 25 जनवरी को मोहाली के एक निजी अस्पताल में अपनी किडनी पिता को देगी। गगनदीप कौर ने बताया कि उसने जीएनएम का कोर्स करके पटियाला में निजी अस्पताल में नौकरी हासिल की है। उसने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए उनका 6-7 लाख रुपये खर्च आना है। घर में ओर कमाने वाला कोई नहीं है। उसकी माता भी दमे की मरीज है। उसने समाजसेवी लोगों को गुहार के लगाई कि वह उनके परिवार की मदद के लिए आगे आएं। गगनदीप कौर की किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए सभी मेडिकल टैस्ट किए जा चुके हैं। डाक्टरों ने उसको यह भी बताया कि है कि उसकी तरफ से किडनी देने उपरांत वह कभी भी भविष्य में मां नहीं बन सकेगी। अपना भविष्य दांव पर लगाकर पिता के लिए किडनी दान देने वाली गगनदीप ने कहा कि उसे गर्व है कि वह अपने पिता के लिए लड़का बन कर आगे आई है।