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चक्क करमा में बारह दिनों से नहीं आया पानी , बूंद- बूंद को तरसे ग्रामीण

ानौली घनौली के निकटवर्ती गांव चक्ककरमा के वासी पिछले लगभग बारह दिनों से पेयजल की बूंद बूंद को तरस रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Jul 2018 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 10:20 PM (IST)
चक्क करमा में बारह दिनों से नहीं आया पानी , बूंद- बूंद को तरसे ग्रामीण
चक्क करमा में बारह दिनों से नहीं आया पानी , बूंद- बूंद को तरसे ग्रामीण

संवाद सूत्र, घनौली

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घनौली के निकटवर्ती गांव चक्ककरमा के वासी पिछले लगभग बारह दिनों से पेयजल की बूंद बूंद को तरस रहे हैं। गांववासियों सुख¨वदर ¨सह ¨छदू, यशपाल शर्मा, ओंकार ¨सह, गुरजोत ¨सह, द¨वदर कुमार, म¨हदरपाल, हरबंस ¨सह आदि ने बताया कि पिछले बारह दिनों से उनके गांव की टंकी की मोटर खराब होने के कारण लोगों के घरों में पेयजल की एक बूंद तक नहीं पहुंच सकी है। उन्होंने बताया कि पहले लोग गांवों के कुंओं से पानी भर लेते थे, लेकिन अब कुएं भी सूख चुके हैं। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया वे जब संबंधित विभाग को फोन करते हैं तो वे कहते हैं कि उनके गांव में पेयजल सप्लाई की जिम्मेदारी पंचायत की है, जबकि गांव के सरपंच का कहना है कि मोटर ठीक करवाने की जिम्मेदारी तथा इस पर होने वाले हजारों रुपये खर्च के लिए पंचायत के पास पर्याप्त फंड उपलब्ध नहीं हैं तथा मोटर को विभाग द्वारा ठीक करवाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पक्ष एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपकर अपना अपना पीछा छुड़वाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान गांववासियों ने कहा कि यदि एक-दो दिनों के भीतर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे एनएच-205 पर धरना लगाने के लिए विवश हो जाएंगे। लोग नहीं करते सहयोग: सरपंच उमा देवी गांव की सरपंच उमा देवी ने कहा कि गांव के पानी वाली टंकी का डिजाइन ठीक न होने, पाइपलाइन में अधिक मोड़ होने तथा मोटर की क्षमता कम होने के कारण मोटर बार बार खराब हो रही है। जिसके कारण पिछले तीन माह के दौरान मोटर तीन बार खराब हो चुकी है। जिसे ठीक करवाने के लिए न तो संबंधित विभाग द्वारा कोई सहयोग दिया जा रहा है तथा न ही गांव के अधिकतर वासी सहयोग देते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ गांववासी तो पानी का मासिक बिल भी अदा नहीं करते। उन्होंने जल सप्लाई एवं सेनीटेशन विभाग से मांग की है कि मोटर की क्षमता बढ़ाई जाए तथा गांववासियों से पानी के बिल एकत्र करने के लिए पंचायत द्वारा गठित की गई कमेटी की सहायता की जाए। स्कीम का प्रबंध ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी: हरजीत पाल जल सप्लाई एवं सेनीटेशन विभाग के एसडीओ हरजीतपाल ¨सह ने कहा कि इस स्कीम का प्रबंध संबंधित गांव की ग्राम पंचायत के पास है तथा स्कीम की देखरेख करने तथा स्कीम को चलाने की सारी जिम्मेदारी पंचायत की है, लेकिन इसके बावजूद लोगों की समस्या के मद्देनजर वह मोटर को ठीक करवाने का प्रयास कर रहे हैं तथा उन्हें उम्मीद है कि आज तक पेयजल सप्लाई दोबारा चालू हो जाएगी।


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