मागों को लेकर डेलीवेज वर्करों ने की भूख हड़ताल
डेलीवेज वर्करों ने मंगलवार को बीबीएमबी के खिलाफ लगातार काम देने की माग को लेकर दिन भर भूख हड़ताल करके कर्मचारियों ने अपने परिजनों के साथ चीफ दफ्तर के समक्ष रोष प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, नंगल : डेलीवेज वर्करों ने मंगलवार को बीबीएमबी के खिलाफ लगातार काम देने की माग को लेकर दिन भर भूख हड़ताल करके कर्मचारियों ने अपने परिजनों के साथ चीफ दफ्तर के समक्ष रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यह सरासर नाइंसाफी है कि उन्हें डेलीवेज पर लगातार काम नहीं दिया जा रहा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है।
यूनियन के प्रधान राम चंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदर्शन में करीब 50 वर्करों ने भूख हड़ताल करके यह माग उठाई है कि भाखड़ा बाध चीफ के आश्वासन के मुताबिक सभी डेलीवेज वर्करों को लगातार काम दिया जाए। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी मैनेजमेंट ने यह विश्वास दिलाया था कि सीनियोरिटी लिस्ट तैयार की जाएगी, लेकिन इस दिशा में भी वर्करों से धोखा किया जा रहा है, जिसके मद्देनजर ही सभी वर्कर्स को भूख हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि जल्द सभी वर्कर्स को डेलीवेज पर काम नहीं दिया गया तो संघर्ष को और तेज कर किया जाएगा और जिसकी जिम्मेदारी बीबीएमबी प्रबंधन की होगी।
उधर, बीबीएमबी फील्ड इंप्लाइज यूनियन के प्रधान विनोद भट्टी ने कहा है कि उनका संगठन पूरी तरह से डेलीवेज वर्करों के साथ है। उन्होंने कहा कि न जाने किन कारणों से बीबीएमबी मैनेजमेंट डेलीवेज वर्कर को काम नहीं दे रही, जबकि 47 हजार मैनडेज की अनुमति बोर्ड प्रबंधन की ओर से मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि जल्द स्थानीय प्रशासन डेलीवेज वर्करों को काम देने की दिशा में गंभीरता दिखानी चाहिए ताकि अमन शाति बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे संघर्षो से कार्यो से कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।