स्कूल और सड़क का नाम होगा शहीद कुल¨वदर ¨सह
नूरपुरबेदी (रूपनगर): जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए ब्लॉक नूरपुरबेदी के गांव रौली के कुल¨वदर ¨सह के घर विशेष रूप से पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने परिवार के शोकाकुल मेंबरों के साथ गहरा शोक व्यक्त किया।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी (रूपनगर): जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए ब्लॉक नूरपुरबेदी के गांव रौली के कुल¨वदर ¨सह के घर विशेष रूप से पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह ने परिवार के शोकाकुल मेंबरों के साथ गहरा शोक व्यक्त किया। इस मौके उन्होंने लगभग आधा घंटा शहीद के घर रुकते हुए शहीद के माता पिता व अन्य परिजनों के साथ बातचीत भी की। इस मौके बोलते कैप्टन ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों की शहादत से देश का हर नागरिक बुरी तरह से आहत है व आक्रोश में हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश मे दुख है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना व वहां बैठे आतंकी सरगनाओं की शह पर लगातार भारतवासियों को जख्म दिए जा रहे हैं। हमारे सुरक्षा बलों के जवान शहीद हो रहे हैं लेकिन अब देश के सब्र का बांध टूट चुका है , जिसके चलते पाकिस्तान को अपनी करनी का खामियाजा भुगतने के लिए अब तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार शहीदों के परिवारों को हर प्रकार का सहयोग व सम्मान देने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है।
इस मौके उन्होंने शहीद के पिता दर्शन ¨सह व माता अमरजीत कौर के साथ विशेष रूप से बात करते हुए जहां उनके जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास किया , वहीं उन्होंने शहीद की याद को ताजा रखने के उद्देश्य से गांव रौली से आनंदपुर साहिब वाया लोदीपुर संपर्क मार्ग का नाम व गांव के सरकारी एलीमेंट्री स्कूल का नाम बदलते हुए शहीद कुल¨वदर ¨सह के नाम पर रखने का एलान किया। उन्होंने कहा कि शहीद अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था, जिसके चलते इस परिवार में नौकरी करने वाला तो कोई नहीं, लेकिन पंजाब सरकार शहीद परिवार को मिलने वाली 12 लाख रुपये की राशि के अलावा शहीद के माता-पिता को उनकी पूरी आयु तक 10 हजार रुपये प्रति माह पेंशन भी देगी, जिसका उन्होंने मौके पर ही एलान कर दिया। इस मौके मुख्यमंत्री ने शहीद परिवार को विशेष रूप से कहा कि अगर उन्हे कोई अन्य जरूरत हो तो वे पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह के माध्यम से सरकार के ध्यान में ला सकते हैं व भरोसा दिलाया कि शहीद परिवार की हर मांग को पहल के अधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जवान कुल¨वदर की शहादत इस परिवार के लिए कभी न पूरी होने वाली क्षति है, जिसने उन्हें भी काफी आहत किया है। इस मौके शहीद के पिता दर्शन ¨सह ने कहा कि शहीद सभी के साझे होते हैं, इसी सोच को धारण करते हुए अब उन्हें व उनकी पत्नी को शेष जीवन बिताना है। इस मौके शहीद के परिवारिक सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री को एक मांगपत्र भी सौंपा गया जिसे मुख्यमंत्री ने बड़ी गंभीरता के साथ पढ़ा। इस मांगपत्र में शहीद के नाम पर बनने वाले मार्ग के दोनों तरफ शहीद के नाम पर यादगारी गेट बनाने, सड़क के साथ साथ पानी का उचित निकासी के लिए नालों का निर्माण करने, गांव के स्कूल में कंप्यूटर लैब स्थापित करने, खेलों का सामान उपलब्ध करवाने व खेल मैदान बनाने की मांग उठाई गई है। मुख्यमंत्री ने मांगपत्र पढ़ने के बाद मौके पर मौजूद डिप्टी कमिशनर रूपनगर डॉ. सुमित जारंगल को यह कहते हुए सौंपा कि इस मांगपत्र को गंभीरता से लेते हुए योग्य कार्रवाई अमल में लाई जाए। शहीद के परिवार के साथ खड़ी है सरकार इस मौके मुख्यमंत्री के साथ विशेष रूप से पहुंचे पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल ¨सह ने भी शहीद के परिवारिक सदस्यों के साथ दुख व्यक्त किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि शहीद परिवार की हर प्रकार से सहायता की जाती रहेगी व स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब सरकार पूरी तरह से शहीद परिवार के साथ खड़ी है। इस मौके कैप्टन से जब नवजोत ¨सह सिद्धू के बात बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार कर दिया। इस मौके उनके साथ मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, डिप्टी कमिशनर रूपनगर डॉ. सुमित जारंगल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष ब¨रदर ¨सह ढिल्लों, पूर्व एआईसीसी मेंबर रमेश गोयल, विधायक अमरजीत ¨सह संदोए, अमरजात ¨सह, सुरजीत ¨सह, अर्जन ¨सह, दुर्गा ¨सह, निर्मल ¨सह पूर्व सरपंच, अश्वनी शर्मा, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगन्नाथ भंडारी, सरपंच रोहित शर्मा, जसवीर ¨सह सस्कौर, गुरविन्द्र ¨सह सरपंच रौली, समिति सदस्य प्रीतम ¨सह मवा, ¨शगारा ¨सह, ब्लाक काग्रेस अध्यक्ष जसवीर ¨सह सस्कौर आदि के अलावा बड़ी संख्या में गांव वासी हाजिर थे। पकिस्तान को सिखाएंगे कड़ा सबक इस मौके राज्यसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री अ¨बका सोनी ने भी शहीद के परिवार के साथ दुख जताया। उन्होंने परिवार व गांव की महिलाओं के साथ लगभग आधा घंटा बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि पकिस्तान द्वारा की गई उक्त कायराना कार्रवाई के साथ पूरे देश के नागरिकों के दिलों को ठेस पहुंची है व कहा कि ऐसी घटनाओं को अब किसी भी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही पाकिस्तान को कड़ा सबक देने की तैयारी कर रहा है और सबक ऐसा होगा कि पाकिस्तान दोबारा ऐसी हिमाकत नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने के लिए सारे राजसी दल विशेषकर कांग्रेस भारत सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हम जल्द कार्रवाई चाहते हैं ताकि शहीदों के परिवारों को थोड़ी राहत मिल सके। इस मौके उन्होंने यह भी कहा कि शहीद की यादगार बारे मुख्यमंत्री ने जो एलान किया है उसके अलावा अगर कोई कमी रहती है तो वे एमपी लैड फंड उपलब्ध करवाते हुए कमी को दूर करने की कोशिश करेंगी। गांव पर गर्व है इस मौके जब मुख्यमंत्री को गांववासियों ने बताया कि गांव रौली के 32 युवा भारतीय सेना में पैरा मिलिट्री फोर्सिज में सेवाएं दे रहे हैं, तो मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह हैरान रह गए। उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि उन्हें इस गांव पर गर्व है जिसके युवा भारत की सीमाओं की रक्षा में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन जवानों के माता पिता को मैं प्रणाम करता हूं।