नशे के खिलाफ जागरूक करने वाली वैन किया रवाना
पंजाब राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में पंजाब सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अब गांव-गांव जागरुकता फैलाने के विशेष अभियान शुरू किया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पंजाब राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में पंजाब सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अब गांव-गांव जागरुकता फैलाने के विशेष अभियान शुरू किया है। इसी के तहत जागरुकता वैन तैयार करवाते हुए रूपनगर जिले अंदर भेजी गई है जोकि हर गांव व शहर में घूमते हुए लोगों को नशे कारण होने वाले नुकसान के बारे लोगों को जागरूक करेगी। पंजाब सरकार की ओर से भेजी गई इस वैन को सिविल अस्पताल से कार्यकारी सिविल सर्जन डॉ. अवतार ¨सह ने झंडी दिखाते हुए रवाना किया। उन्होंने बताया कि यह वैन आठ दिसंबर तक जिले के विभिन्न गांवों और शहरों में घूमते हुए लोगों को जहां नशे के बुरे प्रभावों के बारे जागरूक करेगी, वहीं नशा छोड़ने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के बारे भी लोगों को जानकारी देगी। उन्होंने बताया कि आज जिले के गांव अमराली और मो¨रडा में दौरा करने के बाद पांच दिसंबर को वैन काहनपुर खूही में छह दिसंबर को भरतगढ़ में सात दिसंबर को पुरखाली में जबकि आठ दिसंबर को कीरतपुर साहिब में घूमते हुए पंजाब सरकार का संदेश जन जन तक पहुंचाएंगी ताकि पूरा समाज नशे से मुक्त हो सके। उन्होंने बताया कि ऐसी जागरुकता वैन राज्य के हर जिले अंदर चलाई जा रही है। इस मौके पर सिविल अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नितिन सेठी ने बताया कि नशे के हमेशा भयानक परिणाम ही सामने आते रहे हैं जिनमें मुख्य रूप से अधिक नशा करने वाले की अचानक मौत होना, दर्दनाक सड़क हादसे होना, नशा करने वाले को विभिन्न प्रकार की बीमारियां लगना, आत्म हत्या का विचार आना, अपराधिक छवि का बनना, परिवारिक कलह का रहना व समाज के प्रति हमेशा हीनता की भावना का रहना नशा करने के सबसे बड़े परिणाम हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार का नशा चाहे किसी भी रूप में लिया जाए हमेशा नुकसान दायक ही होता है इसलिए नशे का त्याग करने में ही बेहतरी है। उन्होंने बताया कि सही डाक्टर की सलाह, सही इलाज तथा ²ढ़ निश्चय करने से किसी भी प्रकार का नशा छोड़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नशा छोड़ने वालों के लिए मुफ्त सेवाएं सरकार के द्वारा उपलब्ध करवाई गई हैं जिनका लाभ उठाते हुए नशे का त्याग संभव बनाया जा सकता है। इस मौके पर जिला परिवार भलाई अफसर डॉ. निधि श्रीवास्तव सहित डीडीएचओ डॉ. आरपी ¨सह, जिला मास मीडिया अफसर इकबाल ¨सह, गुरदीप ¨सह, मोनिका सैनी, जसप्रीत कौर, सुखजीत कंबोज आदि विशेष रूप से हाजिर थे।