शहीद बेटे की अस्थियां विसर्जित कर बोला पिता, चीन को मुंहतोड़ जवाब दे भारत सरकार
पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवन घाटी में भारतीय फौज की चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए जिला गुरदासपुर ब्लॉक धारीवाल के गांव भोजराज के नायब सूबेदार सतनाम सिंह (42) की अस्थियां शुक्रवार को उनके परिजनों ने कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब के निकट सतलुज दरिया पर बने अस्थघाट पर विसर्जित की और गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब में नतमस्तक होकर शहीद की आत्मिक शांति के लिए अरदास की।
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब : पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवन घाटी में भारतीय फौज की चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए जिला गुरदासपुर, ब्लॉक धारीवाल के गांव भोजराज के नायब सूबेदार सतनाम सिंह (42) की अस्थियां शुक्रवार को उनके परिजनों ने कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब के निकट सतलुज दरिया पर बने अस्थघाट पर विसर्जित की और गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब में नतमस्तक होकर शहीद की आत्मिक शांति के लिए अरदास की।
भारतीय सेना के तीसरे मध्यम तोपखाने में तैनात नायब सूबेदार सतनाम सिंह के पिता जागीर सिंह ने बताया कि जहां पर उन्हें अपने बेटे को खोने का गम है। वहीं इस बात का गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके दो बेटे थे, जिनमें से सतनाम सिंह देश के लिए शहीद हो गया है। वहीं उनका दूसरा बेटा सुखचैन सिंह भारतीय सेना में बतौर सूबेदार सेवा निभा रहा है। जागीर सिंह ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके दोनों बेटे अपने देश की सेवा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों की विश्वासघात भरी हरकत का भारतीय सरकार को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीद सतनाम सिंह का एक बेटा और एक बेटी है। जिनकी पूरी जिम्मेदारी अब उनके बूढ़े कंधों पर आ गई है। इस मौके शहीद सतनाम सिंह के पिता जागीर सिंह, भाई सूबेदार सुखचैन सिंह, पत्नी जसविदर कौर, बेटा प्रभजोत सिंह, बेटी संदीप कौर, दलबीर सिंह, दयाल सिंह दोनों चाचा, कुलवंत सिंह फूफा, मनदीप कौर, परमजीत कौर, मैनेजर गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब भाई मलकीत सिंह, गुरनाम सिंह, फतेह सिंह उपस्थित थे।